उदयपुर | मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप संचालित प्रैक्टिकल कोर्सेज पर बड़ी पहल करते हुए मंगलवार को वाणिज्य महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में एकेडमिक रिव्यू मीटिंग आयोजित हुई। वाणिज्य संकाय और आईक्यूएसी की संयुक्त पहल से हुई इस बैठक में विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी की।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रो. बी.पी. सारस्वत ने कहा कि “सालों पुराने नोट्स अब नहीं चलेंगे—समय है कौशल आधारित और रोजगार उन्मुख शिक्षा का।” उन्होंने बताया कि प्रैक्टिकल कोर्सेज में हुए नवाचारों ने सुखाड़िया विश्वविद्यालय को पूरे राजस्थान में मिसाल बनाकर रखा है। कुलपति ने इस मॉडल को कोटा विश्वविद्यालय में भी लागू करने की घोषणा की। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत उद्बोधन से हुई, जिसे संकाय अध्यक्ष एवं आईक्यूएसी निदेशक प्रो. शूरवीर सिंह भाणावत ने संबोधित किया।
इस अवसर पर डॉ. शिल्पा वर्डिया, डॉ. शैलेन्द्र सिंह राव, सीए कमल खुर्दिया, सीए अरुण पितलिया, सीए हितेश कुदाल, परीक्षा नियंत्रक डॉ. मुकेश बारबर, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. रेनू शर्मा एवं डॉ. पारूल दशोरा उपस्थित रहे।
बीए तृतीय और पंचम सेमेस्टर में प्रवेश आरंभ
सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय में 2025-26 के नियमित विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन आवेदन 2 से 13 दिसंबर तक आमंत्रित हैं। हार्ड कॉपी 16 दिसंबर तक जमा करानी होगी, यह जानकारी डीन प्रो. मदन सिंह राठौड़ ने दी।
संविधान सप्ताह का समापन और शपथ
संविधान पार्क में संविधान सप्ताह का समापन कुलगुरु प्रो. सारस्वत की उपस्थिति में हुआ। कुलसचिव डॉ. वी.सी. गर्ग विशिष्ट अतिथि रहे। डीन प्रो. सी.पी. जैन ने राष्ट्रीय कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया। कुलपति ने संविधान की उद्देशिका व कर्तव्यों का पाठ करवाया और सभी को शपथ दिलाई।
नए कुलगुरु का सम्मान — मेवाड़ी शान के साथ स्वागत
एमएलएसयू कर्मचारी संघ एवं भारतीय मजदूर संघ ने नवनियुक्त कुलगुरु प्रो. बी.पी. सारस्वत का मेवाड़ी पगड़ी और उपर्णा ओढ़ाकर सम्मान किया। लगभग एक वर्ष के संघर्ष के बाद पूर्व कुलगुरु के विरुद्ध उठी आवाज़ों के बाद नए कुलगुरु का पदभार ग्रहण स्वागत योग्य क्षण बना। संरक्षण समितियों के श्री अरविंद सिंह राव, श्री प्रतीक सिंह राणावत, अध्यक्ष श्री नारायण लाल सालवी सहित पदाधिकारियों—आदित्य पांडे, मुकुल, योगेश पालीवाल, मनीष बंसल, दिनेश गुर्जर एवं विजय शर्मा ने शुभकामनाएं दीं।
विश्वविद्यालय में एक नई ऊर्जा और सकारात्मक दिशा का संदेश गूंजा।