जयपुर, निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने आइडियाथॉन के विद्यार्थियों के साथ आज संवाद किया संवाद के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से कहा की आइडियाथॉन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को ऐसा कौशल प्रदान करना और उन्हें उस प्रौद्योगिकी तक की पहुँच प्रदान करना है जो उन्हें समाधान प्रस्तुत करने में वैज्ञानिक रूप से सक्षम और सजग बनाएगी। इसके माध्यम से ऐसे असंख्य युवा अन्वेषकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जो आने वाले समय में युवा उद्यमियों के रूप में विकसित होंगे और भारत का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित करेंगे। उच्च शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के कौशल विकास में इस आइडियाथॉन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आइडियाथॉन नवाचार के माध्यम से निम्स विश्वविद्यालय विधार्थियों को इस दृष्टि से प्रशिक्षित करने की दिशा में पुरजोर प्रयास करेगा और विद्यार्थियों को आंत्रप्रिन्योर बनाने की दिशा में काम करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य युवा इनोवेटर्स तक पहुंचना और उन्हें आवश्यक समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करना है। आइडियाथॉन हमारे समय की कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों का समाधान करने के लिए छात्रों के लिए एक संक्षिप्त, गहन, कार्यशाला जैसा अनुभव है। प्रतिभागी संभावित समाधानों पर विचार करने और सहयोग करने के लिए डिजाइन सोच और नवीन शिक्षण प्रथाओं का उपयोग करते हैं। छात्रों का जितना व्यापक वर्ग इसमें शामिल होगा, प्रासंगिक और नवीन अंतर्दृष्टि के साथ सामने आने के लिए उतने ही अधिक दृष्टिकोण होंगे।ज्ञात्वय है की शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए निम्स विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. बीएस तोमर आइडियाथॉन के शिक्षकों और विद्यार्थियों को विशेष ग्रांट भी दे रहे हैं।इस अवसर पर डॉ. आशीष माथुर, डॉ. अनुपमा शर्मा, डॉ. भूमि चतुर्वेदी, डॉ. महावीर सिंह, डॉ. गोविन्द उपाध्याय भी उपस्थित थे ।