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देश में पहली बार एक साथ चार मेडिकल कॉलेज में 12 वर्कशॉप   वीपी वर्कशॉप 2025 का भव्य शुभारंभ 

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11 Jul 25
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देश में पहली बार एक साथ चार मेडिकल कॉलेज में 12 वर्कशॉप   वीपी वर्कशॉप 2025 का भव्य शुभारंभ 

 
उदयपुर। देशभर के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों और मेडिकल छात्रों का उदयपुर में चिकित्सा तकनीकों और नवाचार पर चर्चा कर रहे हैं। लेकसिटी में तीन दिन दिवसीय फोग्सी शार्प वाइस प्रेसिडेंट कांफ्रेस का शुभांरभ चार प्रमुख मेडिकल संस्थान  आरएनटी मेडिकल कॉलेज, गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और अनंता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल में एक साथ 12 कार्यशालाओं के साथ हुआ । सम्मेलन में देशभर के  500 से अधिक चिकित्सक भाग ले रहे हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्देश्य उन्नत चिकित्सा तकनीकों, शोध और अभ्यास आधारित प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि प्रसिद्ध स्त्रीरोग विशेषज्ञ एवं फोग्सी प्रेसिडेंट डॉ. सुनीता तेंदुलवाडकर, डॉ. कोमल चव्हाण, डॉ. प्रकाश जैन, डॉ. निरजंन चव्हारण, डॉ. प्रदीप बंदवाल सहित वरिष्ठ पदाधिकारी, आयोजक मंडल और मेडिकल कॉलेज के गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. सुनीता तेंदुलवाडकर ने कहा कि समय के साथ चिकित्सा तकनीकों में कई बदलाव हुए हैं जो अच्छे परिणाम ला रहे हैं । चिकित्सक पारम्परिक व नयी तकनीकों का सामन्जस्य बैठाकर मरीज की समस्या के अनुरूप उपचार प्रदान करें तो लाभ की संभावना अधिक होती है। देश में पहली बार इस तरह की कांफ्रेस का आयोजन चिकित्सकों के लिए फायदेमंद साबित होगा, एक साथ 12 साइंटिफिक वर्कशॉप करना बहुत बड़़ी उपलब्धि है।  
 
आयोजन समिति की अध्यक्ष डॉ. कोमल चव्हाण व प्रकाश जैन ने बताया कि पहले दिन  विशेष सांइटिफिक व शैक्षणिक सत्र हुए जिसमें  हिस्टेरोस्कोपी, गर्भाशय संबंधी जांच एवं उपचार पर केंद्रित लाइव डेमो और संवाद सत्र, आईयूआई प्रशिक्षण सत्र, निःसंतानता के उपचार की आधुनिक तकनीकों पर व्यावहारिक मार्गदर्शन, सर्जिकल स्किल लैब एंडोस्कोपी, लैप्रोस्कोपी व हायस्टेरोस्कोपी जैसी प्रक्रियाओं पर अभ्यास सत्र,  क्लिनिकल केस डिस्कशन आदि किया गया जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा जटिल मामलों पर आधारित चर्चा की गयी, जिससे प्रतिभागियों को चिकित्सीय निर्णय लेने की प्रक्रिया को समझने में मदद मिली।
आयोजन सचिव डॉ. निरजंन चव्हाण व डॉ. प्रदीप बंदवाल ने बताया कि स्त्री रोग चिकित्सा में आधुनिक तकनीकों को समझना और अपनाना आवश्यक है। नये चिकित्सकों और प्रैक्टिशनर्स को वास्तवि


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