राज्यपाल ने भेजा प्रषंसा पत्र
कुलपति ने कहा - यह टीमवर्क का परिणाम
उदयपुर । एमपीयूएटी के गोद लिए बड़गांव पंचायत समिति के गांव मदार और ब्राह्मणों की हुन्दर ने एक बार फिर स्मार्ट विलेज का खिताब अपने नाम कर प्रदेष में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। प्रदेष के सभी 27 राजकीय वित्तपोषित विष्वविद्यालयों को यूनीवर्सिटी सोषल रिस्पांसिबिलिटी (यूएसआर) के तहत गांव गोद लेकर उसे स्मार्ट विलेज में रूपांतरित करने की राज्यपाल की पहल को एमपीयूएटी ने पूरी तन्मयता से लिया। एमपीयूएटी की ओर से उक्त दोनांे स्मार्ट विलेज को माह जनवरी से मार्च 2024 की त्रैमासिक अवधि में किए गए नवाचार और अन्य गतिविधियों की समीक्षा उपरान्त राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कुलपति एमपीयूएटी डाॅ. अजीत कुमार कर्नाटक को प्रषंसा पत्र भेजा है। साथ ही अन्य विष्वविद्यालयों के लिए भी इसे अनुकरणीय पहल के रूप में रेखांकित किया है। इससे पूर्व भी मदार और ब्राह्मणों की हुन्दर गांव दो बार यह खिताब मिल चुका है।
कुलपति डाॅ. अजीत कुमार कर्नाटक ने एमपीयूएटी की विभिन्न टीमों ने इन गांवों में जाकर जो गतिविधियां की उससे न केवल कृषि बल्कि सामाजिक, आर्थिक व षैक्षणिक क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। यहीं नही कोरपोरेट सोषल रिस्पांसिबिलिटी (सी.एस.आर.) के तहत 1.5 रूपये करोड़ से ज्यादा के कार्य संपादित होने की खुषी ग्रामीणों के चेहरों पर साफ झलकती है। आज इन दोनों गांवों में प्रत्येक अतंरराष्ट्रीय दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। स्वयं कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र व कुलपति डाॅ. कर्नाटक इन गांवों के बदलते स्वरूप के साक्षी बन चुके हंै।
कुलपति डाॅ. कर्नाटक ने बताया कि सी.एस.आर. योजनांतर्गत नाबार्ड के सहयोग से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार में 5 केवी क्षमता वाले सोलर ट्री की स्थापना की गई। इसकी लागत मूल्य 9.08 लाख रूपये है। इससे प्रतिदिन 15-20 यूनिट बिजली निर्मित हो रही जिससे स्कूल, पनघट व स्ट्रीट लाइट हेतु उपयोग लिया जा रहा है। आई. आई. एफ. एल. मुम्बई तथा ब्लूइनफिनिटी लेब्स प्रा.लि. के सहयोग से कीटनाषक/ पेस्टीसाइड/ उर्वरक छिड़काव हेतु 25 किलो ग्राम क्षमता का ड्रोन विष्वविद्यालय को दिया गया। जिसकी लागत मूल्य 30 लाख रूपये है। इसका उपयोग स्मार्ट गांव में किया गया है। राजस्थान माइन्स एवं मिनरल प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय मदार में 150 बच्चों को टेबल, स्टूल तथा 4 अलमारी 3.94 लाख रूपये का फर्नीचर उपलब्ध कराया गया।
उन्होंने बताया कि आई. आई. एफ. एल, मुम्बई के सहयोग से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार को 50 कम्प्यूटर टेबलेट, आॅक्सीजन कन्सन्ट्रेटर तथा कोविड किट उपलब्ध कराये गये। इसके अलावा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार मेें कन्वेषन हाॅल का निर्माण रू 42 लाख लागत से किया गया है। राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय हेतु विधायक मद से 10 लाख रूपये की लागत से खेल मैदान की चार दिवारी का संपूर्ण कार्य किया गया। स्मार्ट गांव मदार एवं ब्राहम्णों की हुंदर में 8 स्वयं सहायता समूह की 120 कृषक महिलायें सदस्य है जो कि सब्जी उत्पादन, सिलाई केन्दª, अनाज भण्डारण, दुध उत्पादन, सोलर लाईट, सोलर कुकर, फल एवं सब्जी प्रसंस्करण इत्यादि गतिविधियों से लाभान्वित हो रही हंै।
डाॅ. कर्नाटक ने बताया कि इस विष्वविद्यालय द्वारा मदार एवं ब्राहम्णों की हुन्दर गांव पंचायत समिति बड़गांव (उदयपुर) को सितम्बर 2020 में गोद लिये गये थे। इन गांवों के विकास की कार्य योजना स्मार्ट गांव क्रियान्वयन कमेटी द्वारा आजीविका अवसर एवं आर्थिक सृदृढ़ीकरण हेतु विभिन्न स्किल टेªनिंग एवं इन्टीग्रेटेड फार्मिंग के तरीकों से की जा रही है। विष्वविद्यालय के 130 वैज्ञानिकों एवं अन्य अधिकारियों द्वारा 42 बार भ्रमण कर कार्य योजना के क्रियान्वयन का निरीक्षण किया। विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा 36 एकदिवसीय प्रषिक्षणों के माध्यम से 2311 कृषक एवं कृषक महिलाएं लाभान्वित हुए।
निदेषक प्रसार डाॅ. आर. ए. कौषिक ने बताया कि विष्वविद्यालय के चयनित स्मार्ट गांव मदार एवं ब्राम्हणों की हुन्दर में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि प्रसार कार्यक्रम के अंतर्गत 6 किसानों के खेतों पर गेहूॅ कि उन्नत किस्म एच.आई. 1034 के प्रदर्षन लगाये गये थे। इसी प्रकार सब्जी व फूल प्रदर्षन में प्याज, पालक, गाजर, पूसा साग एवं मेेरी गोल्ड आदि के 16 कृषकों के खेतों पर प्रदर्षन लगाए गये थे। बंजर भूमि विकास हेतु ग्राम पंचायत एवं वन विभाग के सहयोग से 175 वृक्ष नीम, करंज, जामुन, सुबबूल एवं मोरिंगा आदि का वृक्षारोपण किया गया। पषुपालन विभाग के सहयोग से षिविर आयोजित कर 360 पषुओं तथा 590 भेड़ बकरियों का टीकाकरण व उपचार किया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से षिविर आयोजित कर 93 रोगियों का उपचार कर निःषुल्क दवाईयां दी गई। इसी क्रम में इफ्को (प्थ्थ्ब्व्) के सहयोग से गेंहू की फसल पर ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया। जिसमें कुलपति, निदेषक प्रसार षिक्षा, डाॅ. आर. एस. राठौड., समन्वयक स्मार्ट विलेज, अधिष्ठाता एवं उर्वरक विक्रेता प्रषिक्षणार्थियों की उपस्थिति रही।