कोटा.समाजसेवा के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं तो स्वयं भी एसडीपी कर प्रेरणा देने का कार्य भुवनेश गुप्ता सालों से करते आ रहे हैं और इसी के चलते वह अब तक 173 बार ब्लड व एसडीपी डोनेशन कर चुके हैं। मजदूर दिवस पर भी उन्होंने एक मजदूर का दर्द समझा और सारे कार्य छोड़कर भीषण गर्मी में एसडीपी करने अपना ब्लड सेंटर पहुंचे। टीम जीवनदाता के संरक्षक और लायंस क्लब कोटा टेक्नो के निदेशक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि अंता के पास राजगढ गांव हैं जहां पिंजारे यानी रजाई गद्दों में रुई भरने का कार्य करने वाले मजदूर अब्दुल रजाक की तबियत बेहद खराब होने पर उन्हें बी पॉजीटिव एसडीपी की आवश्यकता थी, मरीज के दामाद इंसाफ अली और परिजन परेशान होकर अपना ब्लड सेंटर पहुंचे जहां उन्होंने अर्जेंट में एसडीपी की जरूरत बताई, समय कम था और कॉल किए जाने के बाद सभी रात तक आने को तैयार हो रहे थे।उसके बाद किसी को भी कॉल नहीं किया और मजदूर दिवस पर मजदूर की मजबूरी को समझते हुए भुवनेश गुप्ता ने स्वयं एसडीपी डोनेट की है। गुप्ता की यह 67वीं एसडीपी थी और वह इससे पूर्व 106 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं। भुवनेश गुप्ता ने इस दौरान कहा कि गर्मी का मौसम है और ऐसे में जहां लोग पक्षियों के लिए सेवा कार्य कर रहे हैं तो मनुष्यों के लिए भी आगे आना चाहिए। गर्मी में सभी जानते हैं कि ब्लड व एसडीपी की कमी रहती है, ऐसे में हम सभी को कम से कम एक या दो बार गर्मी में एसडीपी और ब्लड डोनेशन करना चाहिए। यदि व्यक्ति अपना कर्तव्य और धर्म समझकर इस कार्य के लिए आगे आएगा तो जहां मरीज के जीवन को बचाया जा सकेगा वहीं आपको भी सुकुन मिलेगा