उदयपुर। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा उदयपुर की ओर से नाईयों की तलाई स्थित तेरापंथ भवन में जैन विश्व भारती संस्थान के विश्वविद्यालय लाडनंु के प्रथम व द्वितीय वर्ष योग एवं जीवन विज्ञान के उदयपुर केन्द्र के सहध्यायी के 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आज समावन समारोह आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि रजिस्ट्रार ओ.पी.जैन ने कहा कि जीवन में अच्छा व्यवहार रखते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिये। मानवीय पहलू को हमनें समझ लिया तो हमारा जीवन सफल रहेगा। हमें वर्तमान पल को जीना चाहिये स्मृतियों को नहीं। समारोह को भगवतीलाल सुराणा,अशोक चौधरी, आलोक चौधरी,शिविर संयोजिका प्रणिता तलेसरा व चन्द्रप्रकाश पोरवाल ने भी संबोधित किया।
भास्कर त्रिपाठी ने कहा कि समय व समझ में बहुत बड़ा अन्तर होता है। शिविर से हमें बहुत कुछ ना सीखने का मौका मिलता है। आवासीय प्रशिक्षण शिविर जीवन में बहुत कुछ बदलाव लाता है। शिविर सहिष्णुुता का भाव सीखने का अवसर देता है। अनिल भाई त्रिवेदी ने कहा कि शिविर में भाग लेने वालों में आपसी सहयोग की भावना उत्पन्न होती है। रेखा प्रजापति ने फिल्मी गीत पर नृत्य कर समां बांध दिया।
शिविर में राजस्थान, मध्यप्रदेश व गुजरात के शिविरार्थियों ने भाग लिया। गुजराती महिलाओं ने फिल्मी गीत पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी। शिविरर्थियों ने शिविर में सीखी आत्मरक्षा की विभिन्न प्रणालियों का प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश की पूर्व आईएएस श्रीमती सूरज ने कहा कि जीवन में निर्धारित किये गये निर्णयों की पालना अवश्य करनी चाहिये। राजनीति में होते हुए व्यसनों से दूर रहना बहुत बड़़ी बात है। समाज को सही मार्ग पर ले जानें का प्रयास करना चाहिये। इस अवसर पर श्रीमती किरण जोगीदास ने स्वरचित कविता ....हंा मैं आज की नारी हूं...का पाठ किया।
शिविरार्थी सुनीता ने बताया कि योग का अर्थ आत्मा-परमात्मा का मिलन होता है। सभी धर्र्माे का मिलन भी योग है। यह जीवन जीनें की कला है। हमारा आत्म विश्वास है। योग का अंतिम लक्ष्य मोक्ष है।
समारोह में अदिती मेहता ने ...मोहे रंग दो लाल गीत पर सुन्दर नृत्य की प्रस्तुति दी। मिहिर राणा वपंकज कुमार ने कराटे कला,दर्शन ने एडवान्स योग का प्रदर्शन किया। भावना,सुमन,पूजा,हिमाक्षी,दीपा एवं जया ने फिल्मी गीत के साथ सूर्य नमस्कार किया,जिसे तालियों की भरपूर दाद मिली। इस कला पर गुजरात सरकार ने इस समूह को 1 लाख रूपयें का पुरूस्कार प्रदान किया था।
प्रारम्भ में कार्यक्रम संयोजिका प्रणिता तलेसरा ने इस 15 दिवसीय शिविर की जानकारी देते हुए बताया कि इन 15 दिनेां में गुजरात राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से आये शिविरार्थियों को योग एवं जीवन विज्ञान की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि योग एवं जीवन विज्ञान किस प्रकार हमारंे जीवन की दशा एवं दिशा बदल सकता है। पूरण भाई ने मिमिक्री से उपस्थित शिविरार्थियों का मनोरंजन किया। संचालन प्रीति जैन ने किया।