राजस्थानी, भोजपुरी, भोती के साथ ब्रजभाषा को भी संवैधानिक दर्जा दिलवाने का प्रयास ः- मेघवाल

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Published on : 10 Aug, 16 16:08

नई दिल्ली । केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार राजस्थानी, भोजपुरी, भोती एवं ब्रज भाषाओं को संवैधानिक मान्यता प्रदान करने पर गंभीरता से विचार कर रही है और आशा है कि 16वीं लोकसभा के कार्यकाल में इन्हें संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर लिया जाए।
श्री मेघवाल ने नई दिल्ली में अप्रवासी राजस्थानियों के महासंगठन राजस्थान संस्था संघ द्वारा नवनिर्वाचित सांसदों एवं मंत्री परिशद् में शामिल केन्द्रीय मंत्रियों के सम्मान समारोह के अवसर पर यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राजस्थानी, भोजपुरी, भोती आदि भाषाएं देश में ही नहीं विदेशों में भी बोली जाती है और कई देशों ने इन्हें मान्यता दे रखी है। ऐसी स्थिति में भारत में इन भाषाओं को संवैधानिक दर्जा प्राप्त करने का अधिकार है।
इस मौके पर श्री मेघवाल के साथ ही केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री श्री पी.पी. चौधरी, केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक राज्यमंत्री श्री सी.आर. चौधरी, केन्द्रीय वस्त्रा राज्यमंत्री श्री अजय टमटा, राज्यसभा सांसद श्री राम कुमार वर्मा, लोकसभा सांसद डॉ. मनोज राजोरिया आदि का अभिनन्दन किया गया।
समारोह का द्वीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय हैग (नीदरलैंड) के न्यायाधीश श्री दलबीर भंडारी ने कहा कि राजस्थान में पर्यटन की असीम संभावनाओं के दोहन के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के विकास पर विशेश ध्यान देने से प्रदेश का सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने देश-विदेश में करीब 10 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की जरूरत पर बल दिया। श्री भंडारी ने बताया कि देश में जिन 22 भाषाओं को इस सूची में शामिल किया गया है। उनमें कई भाषाएं राजस्थानी भाषा के मुकाबले बहुत कम संख्या में बोली जाती है।
केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री श्री सी.आर. चौधरी ने राज्य के विकास में प्रवासी राजस्थानियों के योगदान को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इनके द्वारा बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज आदि शैक्षिणक संस्थाएं खोले जाने की वजह से ही उन जैसे किसान के बेटे स्नातक शिक्षा ग्रहण कर पाये है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसंुंधरा राजे की अपील पर प्रवासी राजस्थानी अपनी जन्मभूमि में निवेश में रूचि प्रदर्शित कर रहे है।
इस मौके पर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी देश ही दुनियां के हर कोने में बसे हुए है और उन क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। उन्होंने अपील की कि वे प्रदेश के सर्वांगीण विकास में भी भागीदार बनने के लिए आगे आये।
समारोह में राजस्थान संस्था संघ के संरक्षक श्री जयनारायण खंडेलवाल, श्री रिखब चंद जैन, डॉ. विजय सोनकर शास्त्राी, अध्यक्ष श्री सुरेश खंडेलवाल, महामंत्री श्री कृष्ण कुमार नरेड़ा, स्वागत मंत्री श्री प्रसन चन्द जैन, संयोजक समिति के श्री गौरव गुप्ता आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री राम निवास लाखोटिया, श्री पदम मेहता सहित अन्य अतिथियों का स्वागत समिति के सदस्य श्री तेजकरण जैन, श्री विमल सुराणा, श्री धनपत लुनिया, श्री नवरतन अग्रवाल, श्री ओम प्रकाश अग्रवाल, श्री जयसिंह भारती, श्री बद्री प्रसाद भागवत, श्री विजय प्रकाश गुप्ता, श्री रतन लाल गुप्ता और श्री राजेन्द्र व्यास आदि ने पुष्पमालाएं भेंट कर स्वागत किया।
इस मौके पर राजस्थानी फिल्म ’पगड़ी‘ के पोस्टर का लोकार्पण और फिल्म के कुछ अंशों एवं गीतों आदि का प्रदर्शन भी किया गया तथा राजस्थानी कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोहा।

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