उदयपुरजब कोई बच्चा जन्मजात श्रवण हानि के साथ पैदा होता है, तो इस बहरेपन का परिणाम शारीरिक विकलांगता से कहीं ज्यादा होता है। श्रवण हानि के साथ पैदा हुआ बच्चा बोलने और बातचीत करने में सक्षम नहीं होता है। इस वजह से बच्चे को पढ़ने-लिखने में कठिनाई होती है और भविष्य में उन्हें आगे बढ़ने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन काॅकलियर इम्पाॅट ऐसे बच्चों को बोलने एवं सुनने के लिए किसी वरदान से कम नहीं है,यह कहना है कॉकलियर इम्प्लांट में अग्रणी पदमश्री डाॅ.जे.एम.हॅस का।
दसअसल डाॅ.हॅस ने शनिवार को पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल के कान नाक गला रोग विभाग एवं मेवाड़ रिसर्च फाउण्डेशन की ओर से आयोजित पद्मविभूषण प्रोफेसर एल.एच.हीरानन्दानी ऐओआई नेशनल मिडटर्म काॅन्फ्रेस में काॅकलियर इम्पाॅल्ट की नई तकनीक “ इलेक्ट्राॅनिक फ्री इम्लाॅल्ट ‘ को लाइव सर्जरी द्वारा एक बच्चें को लगाया।
काॅन्फ्रेस में काॅकलियर इॅम्पांल्ट की लाइव सर्जरी के दौरान डाॅ.जे.एम.हॅस ने बताया कि पहले बच्चों में आॅपरेशन के दौरान स्कल्प में बहुत बडी कैपिटी बनानी पड़ती थी लेकिन नए इॅम्पाल्ट में स्कल्प में 1.4 मिमी की एक टनल बनाके इस इॅम्पाल्ट को फिट किया जाता है। इस इॅम्पाल्ट में कोई भी इलेक्ट्राॅनिक पार्ट नहीं होता है जिससें यह कभी खराव नहीं होता है।
दस दौरार डाॅ.हॅस ने कहाॅ कि नजदीकी रिश्तों में शादी,गर्भावस्था के दौरान मातृ संक्रमण जैसे टोक्सोप्लाजमोसिज,रूबेला,साइटोमेगालोवायरस,खसरा आदि जन्मजात बहरापन पैदा कर सकते हैं।
काॅफ्रेन्स के सचिव डाॅ.एस.एस.कौशिक ने बताया कि इस तीन दिवसीय काॅन्फ्रेस में शनिवार को प्रथम सत्र में पद्मश्री डाॅ.जे.एम.हॅस द्वारा लाइव काॅकलियर इम्पाॅन्ट सर्जरी,डाॅ.रामलिंगम द्वारा स्टेपडोटामी,डाॅ.दीपक हल्दीपुर द्वारा फेस सर्जरी,डाॅ.एच.विजेन्द्र द्वारा टिमपेनोसेलेरोसिस,डाॅ.एस.पी.दुबे रिवीजन ऐण्डोस्काॅपिक डीसीआर,डाॅ.संजय अग्रवाल ऐण्डयूरल टिम्पेनोप्लास्टी एवं डाॅ.एस.एस.कौशिक द्वारा कैरोटिड बाडी टय्मर की लाइव सर्जरी दिखाई गई साथ ही काॅन्फ्रेस के द्वितीय सत्र में पत्र वाचन,पोस्टर प्रिजेन्टेशन,गेस्ट लेक्चर,एर्लजी पर कार्यशाला एवं क्विज काॅम्पिटीशन का आयोजन किया गया।
काॅफ्रेन्स की चेयरमेन रिचा गुप्ता ने बताया कि इस काॅफ्रेन्स में रविवार को प्रथम सत्र में विभिन्न पेैनल डिसक्शन एवं गेस्ट लेक्चर के माघ्यम से चिकित्सक नवीन विधाओं पर विचार विमर्श करेगें। द्वितीय एवं तृतीय सत्र में एर्लजिक राइनोटिस,ऐण्डयूरल टिम्पेनोप्लास्टी,प्लेक्सीवल ऐण्डोस्काॅपी आदि तकनीकी विषयों पर बाहर से आए हुए विशेषज्ञ अपने अनुभव साज्ञा करेगें। इस दौरान क्विज काॅम्पिटीशन का फाइनल राउण्ड,सर्जिकल मेनेजमेन्ट आॅफ हेड एवं नेक कैन्सर,ओपीडी प्रबन्धन, ईएनटी ओपीडी प्रबन्धन में नवीन तकनीको का समावेश, ईएनटी में रोबोटिक सर्जरी एवं वर्तमान में शारीरिक संरचनाओं में ईएनटी सम्बन्धित नवीन तकनीकी विधाओं द्वारा उपचार आदि पर समग्र रूप से व्यापक मंथन किया जाऐगा।