दी थार हेरिटेज म्यूजियम में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

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Published on : 10 Mar, 24 06:03

प्राचीनता तथा आधुनिक विचारधारा के सेतु थे ओझा - डॉ भाटिया

दी थार हेरिटेज म्यूजियम में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा की दि थार हेरिटेज म्यूज़ियम में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।

इस अवसर पर साहित्यकार,कवि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम  की अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार डॉ ओमप्रकाश भाटिया ने कहा कि ओझा प्राचीनता तथा आधुनिक विचारधारा के सेतु थे। इस अवसर पर समाजसेवी उम्मेद सिंह तँवर ने कहा कि दीनदयाल ओझा जैसलमेर की कला संस्कृति तथा साहित्य के प्रकांड विद्वान थे। वे जीवन भर साहित्य की सेवा में समर्पित रहे। संग्रहालय के संस्थापक लक्ष्मीनारायण खत्री ने ओझा के साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी लेखनी में मरू माटी की सुगंध है। 

समाजसेवी मूलाराम चौधरी ने ओझा को नमन करते हुए कहा कि वे साहित्य की अनमोल धरोहर थे। इसी प्रकार कवि राजेंद्र व्यास भोपत ने कहा की ओझा साहित्य के विराट स्तंभ थे जिनका लिखा साहित्य अमर रहेगा। हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के सचिव लक्ष्मीनारायण श्रीमाली ने कहा की ओझा अपनात्व की मिसाल थे। वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक आनंद पुरोहित ने कहा की ओझा कुशल वक्ता थे तथा अपनी बात निडर होकर प्रकट करते थे। सभा में पूर्व पर्यटन अधिकारी भंवरलाल बलानी ने कहा की ओझा का साहित्य चाटुकारिता से दूर था। रंग कर्मी एवं संस्कृति धर्मी विजय बलानी ने ओझा को साहित्य और संस्कृति की आजीवन समर्पित प्रतिभा बताया।

शिक्षाविद बराई दीन सांवरा के गरिमामय संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में समाजसेवी कमलेश छंगानी, ट्रस्टी शंकर खत्री, वरिष्ठ शिक्षक अंबादान चारण, पूर्व मिस्टर डेजर्ट रविंद्र छंगानी, वरिष्ठ कवि गिरधर भाटिया, साहित्य प्रेमी संतोष कुमार व्यास, ट्रस्टी जुगल किशोर भाटिया, वरिष्ठ गाइड महेंद्र सिंह तंवर आदि उपस्थित थे।


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