फागोत्सव में बिखरे कला और संस्कृति के रंग

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Published on : 17 Mar, 24 16:03

के डी अब्बासी 

फागोत्सव में बिखरे कला और संस्कृति के रंग

कोटा । संगीत वाटिका एवं सुर श्रृंगार के संयुक्त तत्वाधान में सतरंगी फागोत्सव अलकनंदेश्वर महादेव मंदिर में उत्साह पूर्वक मनाया गया । प्रारंभ में सुर श्रृंगार के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह राणा ने पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्वलित कर सतरंगी फाग का शुभारंभ किया । भजन गायक संजय शर्मा, विवेक शर्मा, सत्य नारायण गोस्वामी, विजय मटाई, कौशिकी गोस्वामी एवं हरीश सुवालका ने एक से बढ़कर एक होली गीतों की सुंदर छटा से सभी भक्तजनों को मंत्र मुक्त कर दिया ।  पुष्टिमार्गीय पद और लोक संगीत के द्वारा पारंपरिक होली गायन से ठाकुर जी को रिझाया गया । सभी भक्त जनों ने ठाकुर संग फुलों की होली खेली । कार्यक्रम के अंत में संगीत वाटिका संस्था की निदेशिका व कार्यक्रम संयोजिका डॉ. शिल्पी सक्सेना ने अतिथि गायकों का पुरस्कार के द्वारा सम्मान किया । उन्होंने बताया कि यह अयोजन आपसी सौहार्द बढ़ाने व पारंपरिक गीत और लोक संस्कृति को सजोने की श्रृंखला के तहत किया गया है । सुर श्रृंगार संस्था का मुख्य उद्देश्य नई प्रतिभाओं को मंच देना व संगीत की पारंपरिक विधाओं को आमजनों के बीच जीवंत रखना है। डॉ. शिल्पी सक्सेना ने संस्था के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी ।


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