उदयपुर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय के पेन्शनर्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. भटनागर ने बताया कि आज प्रातः 11 बजे, विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के सामने 200 से अधिक सदस्यों ने धरना दिया। इससे पहले ही प्रशासन को सूचना दी जा चुकी थी। पेन्शनरों ने समस्याओं के निराकरण के लिए प्रार्थना की, लेकिन अब तक कोई निर्देश नहीं आया है। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें धरना देना पड़ा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनकी माँगों को नजरअंदाज किया, जिससे पेन्शनर्स को गहरा रोष है।
पेन्शनरों के नेताओं ने धरना की आवाज उठाई, जो प्रशासनिक भवन के सामने हो रहा है। उन्होंने प्रशासन को समझाया कि उनकी माँगें विश्वविद्यालय के हितों के लिए हैं। इसके बावजूद, प्रशासन ने उनसे बात नहीं की और गेट पर ताले जड़ दिए।
समस्याएं जारी: राजस्थान सरकार के आदेश अभी भी प्रकाशित नहीं
राजस्थान सरकार द्वारा पेन्शनरों के लिए डी. ए. 46% और 50% के आदेश जारी नहीं किए गए हैं, जोकि पेन्शनर्स को बहुतायत में मिलेगा। उल्लेखनीय है कि अन्य कृषि विश्वविद्यालयों और सामान्य विश्वविद्यालयों में इसे पहले ही जारी कर दिया गया है। पेन्शनरों ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपील की है, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। इसलिए, उन्होंने धरना देने का फैसला किया है।
मांग: त्वरित रूप से आदेश जारी किए जाएं
पेन्शनरों ने प्रशासन से मांगा है कि उनकी माँगों को ध्यान में रखा जाए और त्वरित रूप से आदेश जारी किए जाएं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो उन्हें धरना देने का फैसला है। इससे होने वाली अव्यवस्थाओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होगा।