श्री कृष्ण के सास्वत प्रेम की घर घर व्याख्या

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Published on : 08 Apr, 24 05:04

सनातन संस्कृति को घर घर पहुचा रहा है इस्कान

श्री कृष्ण के सास्वत प्रेम की घर घर व्याख्या

बांसवाड़ा | जनजाति अंचल में सुदूर ग्रामीण इलाकों में धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम और सनातन संस्कृति और धर्म  की वृद्धि हेतु जमीनी स्तर पर पहुंच कर इस्कान सस्थान न सिर्फ सामाजिक सद्भाव और भाईचारे में नए आयाम स्थापित कर रहा है वही श्री कृष्ण के सास्वत प्रेम और भक्ति भाव को बड़ावा दे रहा है ।

*सनातन संस्कृति, धर्म,वैदिक पुस्तके साहित्य वितरण*

प्रतिदिन जनजाति अंचल में 551 गीता और भागवत ,पुराण और श्री कृष्ण बलराम, गोरन ताई प्रभु सहित विभिन्न सनातन संस्कृति, धर्म,वैदिक पुस्तके साहित्य इस्कान सस्थान वितरित कर रहा हैं 

*शहर और गांवो में विभिन्न क्षेत्रों में भक्ति भाव जगा रही*

प्रतिदिन सुबह कृष्ण भजनों की धुन पर सकीर्तन में झूमते हुवे साधक साधिकाओं की टोली शहर और गांवो में विभिन्न क्षेत्रों में भक्ति भाव जगा रही है ।

*कृष्ण भजनों और स्तुतियों वेद मन्त्रों की अनुगुंज की स्वर लहरियों के बीच*

कृष्ण भजनों और स्तुतियों वेद मन्त्रों की अनुगुंज की स्वर लहरियों के बीच ठोलक,मजीरो, हरताल की ध्वनि के बीच में नाचते गाते झूमते साधकों की टोली शहर के बाहुबली कॉलोनी स्थित भगवान  कृष्ण बलराम, गोरनताई प्रभुजी  की पालकी में मनमोहक दृश्य के साथ  सनातनी हिन्दू  अगवानी कर रहे हैं ।

*ग्रामीण इलाकों में कृष्ण मंदिर*

बांसवाड़ा शहर  से सटे हुवे ठिकरिया गांव में कृष्ण मंदिर परिसर निर्माण की आगामी योजना बनाई जा रही हैं वही ध्यान योग और  सनातन वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु अस्थाई केंद्र वृंदावन धाम प्रगति नगर और बाहुबली कॉलोनी के मध्य में स्थापित करने की मांग पर विचार किया जाएगा।


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