गुलाम समझने वालों को अचानक याद आया कार्यकर्ता का सम्मान : गुंजल

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Published on : 17 Apr, 24 04:04

के डी अब्बासी

गुलाम समझने वालों को अचानक याद आया कार्यकर्ता का सम्मान : गुंजल

कोटा : कोटा बूंदी लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार प्रहलाद गुंजल ने मंगलवार को रामगंजमंडी विधानसभा के अमझार, नयागांव, खेड़ली, कंवरपुरा, गुडाला, चेचट, दूधियाखेड़ी, आलोद, मोतीपुरा, निमोदा, मदनपुरा, रायखेड़ा, चंद्रपुरा सहित कई गांव में जनसंपर्क किया। गुंजल ने ग्रामवासीयों को संबोधित करते हुए कहा कि दो बार सांसद यही नहीं दूसरी बार तो संसद के सर्वोच्च पद पर आसीन हमारे सांसद के चरण अब आपके गांव में पढ़ने वाले हैं। 
गुंजल ने कहा कि बिरला जी लोकसभा अध्यक्ष रहते दरा की नाल में लगने वाले जाम से मुक्ति नहीं दिला पाये, इलाका 10 साल से कमलपुरा में डबल मोखा चालू करने की मांग करता रहा और बिरला जी सोते रहे अब किस मुह से वोट मांगने आ रहे हैं।
10 साल से क्षेत्र की जनता को मीठी गोली बांटने के सिवा कुछ नहीं किया अपने संसदीय क्षेत्र की एक उपलब्धि वह नहीं बता पा रहे हैं। सत्ता के सिंहासन पर दस साल का सत्ता सुख भोगने वाले बिरला जी व उनका परिवार जो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का अपमान करता रहा अपनी परिक्रमा करें बिना, पैर छुआए बिना उसे भाजपा का कार्यकर्ता नहीं मानने वाले आज कार्यकर्ता के सम्मान की बात करने लग गए हैं। बिरला जी कह रहे हैं भाजपा का कार्यकर्ता क्षेत्र की जनता के परिवार का सदस्य होता है वह हर समय जनता की समस्याओं के समाधान का प्रयास करता है। तो मैं पूछना चाहता हूं बिरला जी अपने 10 साल जिस कार्यकर्ता का अपमान किया आज अचानक आपको कार्यकर्ता का सम्मान कैसे याद आ गया पूछो अपने छोटे बड़े भाइयों से जो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता को अपना गुलाम, अपना हाली समझते थे अब वही कार्यकर्ता अपने अपमान का बदला लेने का मां बन चुका है। गुंजल ने कहा कि 10 साल सत्ता के नशे में चूर बिरला जी ने दस सालों में शहर की सभी संस्थानों पर कब्जा, सभी समाजों पर कब्जा कर अपना और अपने परिवार का साम्राज्य बढ़ाया है अपने संसदीय क्षेत्र में उनकी इसके आलावा एक उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि अब मोदी, मंदिर के नाम पर जीताने की बात कर रहे हैं पर जनता बिरला जी की दस साल की किताब जाचने को तैयार है और उसके आधार पर क्षेत्र की जनता तीसरी बार आशीर्वाद देने के बदले उन्हें घर बैठने का तैयारी कर चुकी है। गुंजल ने कहा कि अपने चंद कार्यकर्ताओं को दिल्ली में संसद व अपने राजसी ठाठ बाट दिखाकर बिरला जी ने गांव, गरीब के उसे वोट का अपमान किया है जो उसने बिरला जी को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दीया था। उन्होंने कहा की बिरला जी आप कितनी ही ऐशोआराम की जिंदगी जियो पर उस एक वोट को मत भूलो जिसकी ताकत ने आज आपको यहां तक पहुंचाया है। दिल्ली की संसद व अपने राजसी ठाठ बाट दिखाने से गांव गरीब की समस्या का समाधान होने वाला नहीं है।आपने जिस तरह से 10 साल तक आम आदमी के एक वोट का उपहास उड़ाया है उसका जनता इस चुनाव में जवाब दे देगी। गुंजल का रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र के सभी गांव में जोरदार स्वागत हुआ लोगों ने गुंजल को आशीर्वाद देने का विश्वास दिलाया। जनसंपर्क के दौरान महेन्द्र राजोरिया, अब्दुल सलाम, अजीत पारेख सहित कई सरपंच, पंच व ब्लॉक कांग्रेस के पधाधिकारी उपस्थित रहें।


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