सोनार दुर्ग के पास स्थित होटल वृंदा पैलेस में हुआ मॉक ड्रिल का आयोजन

( 932 बार पढ़ी गयी)
Published on : 08 May, 25 08:05

आग लगते ही एम्बुलेंस, फायर बिग्रेड एवं बचाव दल के साथ मौके पर पहुंचे अधिकारी आपात स्थिति से निपटने का किया पूर्व अभ्यास

सोनार दुर्ग के पास स्थित होटल वृंदा पैलेस में हुआ मॉक ड्रिल का आयोजन

जैसलमेर केन्द्रीय गृह मंत्रालय एवं राज्य सरकार के गृह विभाग के निर्देशों की अनुपालन में देश में किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारियों का आकलन करने के लिए सिविल डिफेंस विभाग की टीम द्वारा सोनार दुर्ग के पास स्थित होटल वृंदा पैलेस में बुधवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से हवाई हमले की पूर्व सूचना देने के लिए चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करने, आग लगने पर पीड़ितों के बचाव की कार्यवाही और ब्लैक आउट के निर्देशों की प्रभावी पालना करने का अभ्यास सफलतापूर्वक किया गया।

जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि सोनार दुर्ग के पास स्थित होटल वृंदा पैलेस में में दिन में 4 बजे नागरिक सुरक्षा का पूर्वाभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन के साथ नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन, पुलिस, होमगार्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड, वॉलिन्टियर्स सहित अन्य संगठनों ने भागीदारी की। साथ ही इस अभ्यास में अधिकारियों-कार्मिकों के साथ ही आम लोग भी सक्रियता से जुड़े एवं अपनी अपेक्षित भूमिका निभाई।

इस दौरान किसी भवन में आकस्मिक परिस्थितियों में सुरक्षा तंत्र को सक्रिय करने के बाद किसी भवन में आग लगने पर नागरिक सुरक्षा प्रोटोकाल का जीवंत प्रदर्शन किया गया। साथ ही, आग बुझाने के साथ-साथ घायलों को एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने और बचाव कार्य के बाद निकासी योजना के तहत प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का भी अभ्यास किया गया।

जिला कलक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल एवं ब्लैक आउट ड्रिल के माध्यम से नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास के दौरान हवाई हमले की चेतावनी का सायरन बजाने, विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर माइक से आपात स्थिति की घोषणा करवाने, चेतावनी की सूचना पर आम लोगों की प्रतिक्रिया, किसी भवन विशेष के क्षतिग्रस्त होने पर सुरक्षा एवं अग्निशमन कार्यबलों द्वारा राहत तथा बचाव कार्य, अस्पताल में घायलों के इलाज, सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ के प्रबंधन इत्यादि गतिविधियों के अभ्यास के लिए यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के समय आम लोगों को भयभीत नहीं होना चाहिए तथा संयमित व्यवहार रखना चाहिए।

जिला कलक्टर ने बताया कि इस पूरी कार्रवाई का उद्देश्य किसी भी हमले या आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, प्रशासन और आमजन को विकट स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना और इस स्थिति के आवश्यक संसाधनों की सक्रियता एवं उपलब्धता का आकलन करना है। उन्होंने जिले के समस्त नागरिकों से ब्लैक आउट मॉक ड्रिल के दौरान आपातकालीन सायरन की आवाज सुनते ही सभी निजी सार्वजनिक संस्थानों, घरों की लाईट, रोड़ लाईट, परिवहन, इन्वर्टर, जेनेटर इत्यादि की 15 मिनट तक लाईट बंद रखकर राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने की अपील की।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परसा राम, उपखंड अधिकारी सक्षम गोयल सहित प्रशासन, सिविल डिफेंस


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.