उदयपुर : एक माह पूर्व पुलिस थाना बड़गांव द्वारा विकास प्रभुजी को बेदला स्थित अपना घर आश्रम उदयपुर में सेवा, उपचार एवं पुनर्वास हेतु भर्ती कराया गया उसे समय प्रभु जी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी जिसके कारण वह अपने बारे में कुछ भी नहीं बता पा रहे थे।
आश्रम अध्यक्ष गोपाल कनेरिया ने बताया कि आश्रम में की गई चिकित्सा, सेवा और उपचार के कारण प्रभु जी के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार होने लगा और वह अपने बारे में कुछ जानकारी देने लगे और अपना नाम नीलेश बताया जिला बांसवाड़ा बताया।
कार्यालय प्रभारी सुल्तान सिंह के निरंतर प्रयास से प्रभुजी की बहिन से संपर्क हो पाया। बहिन सरिता देवी से नीलेश प्रभुजी की बात कराई गई। आश्रम की सूचना पर प्रभुजी के छोटे भाई हिमांशु और चचेरे भाई पिंटू कुमार उनके लेने आश्रम आए।
हिमांशु ने बताया कि 25 दिसंबर 2024 को बड़े भाई का निधन हो गया जिसके बाद इनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और वह घर से निकल गए बांसवाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र में इनको बहुत ढूंढा परंतु उनके बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई। जब उदयपुर आश्रम से इनके बारे में सूचना।मिली तो परिवार में खुशियां छा गई। पिंटू कुमार ने कहा कि अपना घर आश्रम की सेवा अवर्णनीय हैं।
आश्रम की आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर आश्रम अध्यक्ष गोपाल कनेरिया, संयुक्त सचिव सुनील चौहान और सदस्य गोपाल डांगी द्वारा तिलक, पाग एवं उपरणा पहनाकर नीलेश प्रभुजी को उनके भाई हिमांशु और पिंटू कुमार के साथ गांव घनेवा तहसील गढ़ी, जिला बांसवाड़ा अपने घर के लिए सकुशल विदा किया।