ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ जैनेलोजी एवं प्राकृत भवन का हुआ भव्य लोकार्पण

( 1381 बार पढ़ी गयी)
Published on : 18 May, 25 03:05

आचार्य सुनीलसागर ससंघ और आचार्य पुण्यसागर महाराज ससंघ के पावन सान्निध्य में संपन्न हुआ आयोजन

ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ जैनेलोजी एवं प्राकृत भवन का हुआ भव्य लोकार्पण

उदयपुर। श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा, मुंबई द्वारा मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर में जैन विद्या एवं प्राकृत विभाग के अंतर्गत निर्मित ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ जैनेलोजी एवं प्राकृत भवन के प्रथम चरण का भव्य लोकार्पण रविवार को संपन्न हुआ। समारोह में आचार्य सुनीलसागर महाराज, आचार्य पुण्यसागर महाराज, मुनि अपूर्वसागर एवं मुनि अर्पितसागर ससंघ की निश्रा प्राप्त हुई।

लोकार्पण समारोह में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

समारोह की अध्यक्षता मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में प्राकृत भाषा को भारत की प्राचीन धरोहर बताया और कहा कि विश्वविद्यालय इस दिशा में अध्ययन, शोध व प्रचार-प्रसार हेतु हर संभव सहयोग करेगा। उन्होंने इसे उदयपुर और विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण बताया।

आचार्य सुनीलसागर महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि कमाने के लिए मस्तिष्क और दान देने के लिए कलेजा चाहिए। उन्होंने दानदाताओं को साधुवाद देते हुए युवाओं से देश और समाज के लिए काम करने की प्रेरणा दी।

प्राकृताचार्य आचार्य पुण्यसागर महाराज ने प्राकृत भाषा को हमारी मूल भाषा बताया और इसके शब्द भंडार की व्यापकता पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर “सच्चे कहाओं” पुस्तक का विमोचन भी महामहिम राज्यपाल द्वारा किया गया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जमनालाल हपावत ने बताया कि यह भवन 60,000 वर्ग फीट में निर्मित है, जिसमें वर्धमान सभामंडप, प्राकृत कक्षा, पांडुलिपि हॉल और कीर्ति स्तंभ का निर्माण सम्मिलित है।

समारोह में प्रदीप जैन, अशोक पाटनी, जम्बूप्रसाद जैन सहित अनेक भामाशाहों व श्रद्धालुओं को सम्मानित किया गया।

हजारों की संख्या में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति ने आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।

 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.