डॉ. गिरिजा व्यास जी के निधन का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। यह न केवल कांग्रेस परिवार, बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए एक गहरा आघात और अपूरणीय क्षति है। उनके जाने से भारतीय राजनीति, शिक्षा और समाज सेवा के एक गौरवशाली युग का अंत हो गया है।
डॉ. व्यास एक बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी थीं। उन्होंने शिक्षिका, कवयित्री, लेखिका, विधायक, सांसद, केन्द्रीय मंत्री, महिला आयोग की अध्यक्ष और राजस्थान सरकार में मंत्री जैसे अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों को सफलतापूर्वक निभाया। वे नारी सशक्तिकरण की प्रबल समर्थक थीं और वंचितों के लिए सदैव समर्पित रहीं।
कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष के रूप में उन्होंने संगठन को मजबूती दी और जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उनके कार्य के प्रति समर्पण, सादगी और निष्ठा आज भी प्रेरणा देती है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में मीडिया सेल, विचार विभाग की चेयरपर्सन और कांग्रेस मुखपत्र संदेश की मुख्य संपादक के रूप में उन्होंने पार्टी विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाया।
यह अत्यंत पीड़ादायक है कि उनका निधन एक दुर्घटना के कारण हुआ। ऐसा प्रेरणादायी व्यक्तित्व असमय हमसे विदा हो गया, यह अत्यंत शोकजनक है। उनके जाने से जो खालीपन समाज, राजनीति और शिक्षा जगत में उत्पन्न हुआ है, उसकी भरपाई कर पाना कठिन होगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों व अनुयायियों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करें।