पिंक सिटी जयपुर होगा तीन तेंदुआ (लेपर्ड) सफारी वाला दुनिया का पहला शहर

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Published on : 03 Jun, 25 06:06

पिंक सिटी जयपुर होगा तीन तेंदुआ (लेपर्ड) सफारी वाला दुनिया का पहला शहर

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

जयपुर में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर नाहरगढ़ लेपर्ड (तेंदुआ) सफारी शुरू होने के साथ ही पिंक सिटी जयपुर तीन लेपर्ड सफारी वाला दुनिया का पहला शहर बन जाएगा। गुलाबी नगर जयपुर में झालाना और आमागढ़ लेपर्ड सफारी पहले  से ही है और अब एक और लेपर्ड सफारी नाहरगढ़ में खुल जाएगा। इसके साथ ही जयपुर लेपर्ड सफारी से सजेगा। इस प्रकार जयपुर अर्बन वाइल्डलाइफ टूरिज्म का नया केंद्र  बन रहा है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर देश का पहला शहर है जहां टाइगर, लायन और लेपर्ड तीनों प्रकार की सफारी उपलब्ध है। नाहरगढ़ सफारी क्षेत्र 22 वर्ग किमी लंबा होगा तथा इसके 19 किमी लंबे ट्रैक्स से सैलानियों को रोमांच का  अनुभव होगा। इस सफारी में 20 से ज्यादा लेपर्ड के साथ ही साथ ही हायना, वाइल्ड बोर, फॉक्स भी मौजूद है। यहां पर्यटकों को बिग कैट फैमिली के दीदार का अनूठा अवसर मिलेगा।     

 

इसी के साथ राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य होगा,जहां थार के रेगिस्तान के साथ साथ जंगल सफारी खुलने जा रही है। जयपुर के नाहरगढ़ अभयारण्य के जंगलों के बीच एक साथ डेजर्ट-लैपर्ड सफारी का मजा ले सकेंगे। वाइल्ड लाइफ एडवेंचर के रूप में नई पहचान बन चुकी पिंकसिटी पहली ऐसी सिटी होगी,जहां तीन लैपर्ड सफारी का रोमांच होगा.नाहरगढ़ की पहाड़ियों से घिरे जंगलों में रोमांच तब और बढ जाएगा जब लेपर्ड के साथ साथ  हाइना,फॉक्स,नीलगाय और दूसरे वन्यजीवों को देखने का मौका मिलेगा।सफारी ट्रैक अधिकतर पहाड़ियों से घिरा होगा,जो किसी एडवेंचर से कम नहीं होगा.इससे पहले आमागढ और झालाना में वन विभाग लैपर्ड सफारी करवा रहा है।इसलिए अब हेरिटेज सिटी वाइल्ड लाइफ सिटी के रूप में पहचान बन चुकी है।

 

नाहरगढ़ डेजर्ट-लैपर्ड सफारी को 2200 हेक्टेयर घने जंगलों के बीच विकसित किया है.जिसमें 19 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया है.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 5 जून को वर्चुअली अनोखी जंगल सफारी का उद्घाटन कर सकते है.इसके बाद आम जनता डेजर्ट-लैपर्ड सफारी का लुफ्त उठा सकेंगे.इस जंगल में फिलहाल 7 लेपर्ड छोडे गए है.सफारी के बीच मायला बाग सबसे आकर्षण का केंद्र है,जो ढाई घंटे की सफारी के बीच का मिडवे पाइंट हेरिटेज लुक जंगल में सफारी की खूबसूरती और बढ़ रहा है.यही आपको शिकार ओदी भी मिलेगी.जैसे जैसे जंगलों की तरफ आगे बढ़ेंगे वैसे वैसे जंगलों की तस्वीर भी बदलेगी.जंगल सफारी के बीच 16 वाटर पाइंट बनाए गए है,जहां लैपर्ड को निहारने का मौका मिल पाएगा.सफारी में आम लोगों विद्याधर नगर के भूतेश्वर महादेव मंदिर से एंट्री मिल पाएगी.वन विभाग जंगल घूमने के लिए यहां 10 गाड़ियां लगाएगा.इस सफारी के शुरू होने के बाद देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए नया एडवेंचर होगा।

 

उल्लेखनीय है कि झालाना सफारी में 28, आमागढ सफारी में 15 और नाहरगढ़ के जंगलों में 20 से अधिक लेपर्ड बताए जाते है। इस तरह आसपास के जंगलों में  कुल 100 से अधिक लेपर्ड होने से गुलाबी नगरी एक बड़ा लेपर्ड सफारी हब बन रहा है।

 

वैसे भी राजस्थान लेपर्ड प्रोजेक्ट शुरू करने वाला  देश का पहला राज्य है जिसके जवाई बांध सहित  प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तेंदुओं की बड़ी आबादी  है।


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