एसपीएसयू ने स्पिक मैके के 10वें वैश्विक सम्मेलन में दर्शाया सांस्कृतिक वैभव

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Published on : 11 Jun, 25 12:06

एसपीएसयू ने स्पिक मैके के 10वें वैश्विक सम्मेलन में दर्शाया सांस्कृतिक वैभव

 

स्पिक मैके (भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं संस्कृति के प्रसार हेतु युवा समाज) का 10वां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 26 मई से 1 जून 2025 तक आईआईटी हैदराबाद में आयोजित किया गया। सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय (एसपीएसयू) की ओर से पाँच प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की एक टीम ने सम्मेलन में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। इस दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट (डॉ.) डी. एस. चौहान, डिप्टी डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) एवं एसपीएसयू के स्पिक मैके समन्वयक ने किया।

एसपीएसयू टीम में पाँच बहु-प्रतिभाशाली छात्र शामिल थे, जिन्होंने वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा और जुनून का प्रदर्शन किया। प्रतिभागियों की सूची इस प्रकार है:

लेफ्टिनेंट (डॉ.) डी. एस. चौहान – लघु चित्रकार एवं मार्गदर्शक

कैलाश चंद्र जाट – एक अद्भुत जिम्नास्ट

आर. फाल्गुनी – एक मनमोहक शास्त्रीय नृत्यांगना

नागारेड्डी ऋषिता – एक मनमोहक शास्त्रीय नृत्यांगना

सी. अभिनव सिद्धार्थ – एक कैनवास चित्रकार

शर्मिला श्री वेणेला.सीएच – एक मनोहारी पार्श्व गायिका      

 


सम्मेलन के दौरान विविध कला रूपों को गहन अभ्यास सत्रों और कार्यशालाओं के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। प्रतिभागियों को माता नी पछेड़ी, भरतनाट्यम, कथक, वेस्टर्न क्लासिकल म्यूज़िक, तारकशी कला, वायलिन, पंडवानी, गुरबानी, हठयोग, मोहिनियाट्टम, ओडिसी, पुंग चोलोम, बाघ प्रिंटिंग, कर्नाटिक गायन, सत्रिया, कूडीआट्टम, प्राकृतिक रंग ब्लॉक प्रिंटिंग, ध्यान, ध्रुपद, हिंदुस्तानी गायन, कठपुतली कला, लघु चित्रकला और कुचिपुड़ी जैसी कला विधाओं में भाग लेने का अवसर मिला।

भारत और विदेशों से आए लगभग 1600 प्रतिभागियों की उपस्थिति में यह सम्मेलन सांस्कृतिक आदान-प्रदान और कलात्मक अन्वेषण के लिए एक जीवंत मंच बना। एसपीएसयू टीम ने मुगल लघु चित्रकला, कथक आदि जैसी कार्यशालाओं में सक्रिय भागीदारी निभाई और इस समृद्ध आयोजन में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।


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