के डी अब्बासी
कोटा।कोटा विकास प्राधिकरण (केडीए) द्वारा सोगरिया तालाब पर भूमाफियाओ द्वारा किए जा रहे अवैध अतिक्रमणो को हटाने के लिए पिछली 23 मई को जारी हुए नोटिस पर अभी तक अतिक्रमण हटाना तो दूर उलटा केडीए ने राजनैतिक दवाव में शिकायत कर्ता तालाब बचाओ संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनोज दुबे को ही अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी कर दिया है।जबकि मनोज दुबे का मकान अपनी क्रय की भूमि पर बना हुआ है। जबकि अन्य लोगो द्वारा जिन्होंने अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर लिया है।उन पर केडीएल द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।भूमाफियाओ एवं केडीए अधिकारियो की मिली भगत से खुले आम मनमानी की जा रही है।जिससे लोगो में भारी आक्रोश व्याप्त है।तालाब बचाओ संघर्ष समिति ने केडीए की मनमानी के खिलाफ 23 जून सोमवार को केडीए कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
तालाब बचाओ संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनोज दुबे के द्वारा केडीए को दिए गए ज्ञापन पर कार्यवाही करते हुए केडीए ने 23 मई 2025 को अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने अथवा कोटा विकास प्राधिकरण के अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही अमल में लाने की चेतावनी दी थी।
ज्ञाताव्य रहे तालाब बचाओ संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनोज दुबे के नेतृत्व में कार्यकताओ ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर रैली निकालकर जिला कलेक्टर व केडीए आयुक्त को अलग अलग ज्ञापन सौंप कर सोगरिया तालाब पर हो रहे अवैध अतिक्रमण का विरोध करते हुए तालाब से अतिक्रमण हटाने की मांग की थी।
लगभग 33 बीघा में फैला सोगरिया तालाब 70 साल से भी पुराना है एवं कोटा जिले के प्रमुख तालाबों में शामिल है। जिस पर भूमाफियाओ द्वारा लगातार मट्टी डालकर भराव किया जा रहा है। ओर कच्चे पक्के अतिक्रमण कर अवैध गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है।जिसमें भूमाफियाओ के साथ साथ कुछ राजनेता तालाब पर कब्ज़ा कर तालाब को बेचने की साजिश रच रहे है। जिनके खिलाफ आवाज़ उठाने पर दवाव बनाने के लिए केडीए के द्वारा मनोज दुबे को नोटिस जारी किया गया है।
मनोज दुबे ने कहा की अन्याय के खिलाफ पिछले 32 वर्षो से लड़ाई लड़ रहा हूँ मुझे कोई भी ताकत सच्चाई के खिलाफ लड़ने से नहीं रोक सकती।भूमाफियाओ एवं केडीए की मनमानी के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा।