भ्रष्टाचार रोकने के यज्ञ में आमजन देवें आहुति : मेहन

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Published on : 08 Jul, 25 06:07

- सूचना का अधिकार जागृति संस्थान की मासिक बैठक में उभरा आक्रोश

भ्रष्टाचार रोकने के यज्ञ में आमजन देवें आहुति : मेहन

सूचना का अधिकार जागृति संस्थान की मासिक बैठक अध्यक्ष प्रवीण मेहन की अध्यक्षता में जंक्शन स्थित चक ज्वालासिंहवाला रोड स्थित कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में इस बार सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर गंभीर चर्चा हुई। अध्यक्ष प्रवीण मेहन ने कहा कि संस्थान का गठन सभी आरटीआई कार्यकर्ताओं और सरकारी गतिविधियों के कार्य-कलापों को एक साथ लाने का एक ईमानदार और वास्तविक प्रयास किया गया है। यह आरटीआई कार्यकर्ताओं से संबंधित सभी मामलों को देखने के लिए एक मोर्चा है, जिसमें उनके प्रशिक्षण, मार्गदर्शन, सहायता और सुरक्षा से संबंधित पहलू शामिल हैं। उपाध्यक्ष अनिल जान्दू ने संस्थान के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को बीट सिस्टम मुताबिक सरकारी विभाग आवंटित किए। अध्यक्ष प्रवीण मेहन ने मौके पर ही पदाधिकारियों से आवंटित विभाग मुताबिक आरटीआई लिखवाई और विभिन्न विभागों में फैले भ्रष्टाचार मुताबिक बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से सुझाव मांगे। महिला एवं बाल विकास विभाग, मुद्रांक और पंजीयन विभाग, नगर परिषद, विद्युत विभाग, वन विभाग और जिला परिवहन विभाग में फैले व्यापक भ्रष्टाचार पर चर्चा करते हुए संस्थान सदस्यों में खूब तर्क-वितर्क हुए। अध्यक्ष प्रवीण मेहन ने सदस्यों द्वारा आरटीआई लिखने के दौरान कहा कि अध्यक्ष होने के नाते मेरे अकेले का ही दायित्व नहीं बनता भ्रष्टाचार रोकने का। इस यज्ञ में सभी साथी और आमजन देवें अपनी आहुति। सचिव रमेश दरगन ने कहा कि प्रत्येक सदस्य द्वारा जनहित में प्रत्येक महीने में कम से कम दो आरटीआई जरूर लगाए। कार्यकारी अध्यक्ष ललित चड्ढा ने कहा कि सदस्य जनहित में आरटीआई लगाकर उसकी रिपोर्ट संस्थान के कार्यालय में जरूर देवें। उपाध्यक्ष अनिल जान्दू ने कहा कि प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग सरकारी विभाग निर्धारित इसलिए किया गया ताकि एक सदस्य पर अतिरिक्त भार न पड़े। उन्होंने संस्थान से जुड़े नए सदस्यों को पूर्ण रूप से सजग रहकर कार्य करने का संदेश देते हुए उन्हें आवेदन करने, अपील प्रथम तथा द्वितीय अपील की प्रक्रिया के बारे में समझाया। विनोद यादव ने प्रत्येक सदस्य को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे ही आरटीआई का जवाब मिले तुरंत कार्यालय में रिपोर्ट करे। जवाब नहीं देने, प्रलोभन देने, धमकी देने जैसी बातों पर तुरंत संस्थान कार्यालय से संपर्क करें। बैठक के दौरान सूचना का अधिकार जागृति संस्थान के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम से प्राप्त जवाबों से संबंधित पांच महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन मंथन किया गया। बैठक से महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह निकला कि सूचना का अधिकार जागृति संस्थान आगामी दिनों में विभिन्न सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार से जुड़े कई बड़े मुद्दों पर आरटीआई खुलासा करेगा। बैठक में मदन मोहन शर्मा, रमेश बेनीवाल, देवव्रत भोजक, राजकुमार सैनी, राजकुमार गर्ग, सोनू वर्मा, दयूद मेहन व रमेश चमोली मौजूद रहे।

 


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