उदयपुर।मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (एमएलएसयू) में स्ववित्तपोषित सलाहकार मंडल के अंतर्गत कार्यरत सेवाप्रदाताओं ने सोमवार, 14 जुलाई 2025 से कुलपति कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। यह आंदोलन जुलाई माह का वेतन और सेवा विस्तार आदेश जारी नहीं किए जाने के विरोध में शुरू किया गया है।
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि वे पिछले दस वर्षों से अधिक समय से लगातार सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें बार-बार नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे पहले 21 जून, 26 जून और 11 जुलाई को प्रशासन को स्मरण पत्र सौंपे गए थे, फिर भी वेतन और सेवा विस्तार आदेश जारी नहीं किए गए। कर्मचारियों ने इसे न केवल अमानवीय व्यवहार, बल्कि राज्य सरकार के निर्देशों की अवहेलना बताया है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मंडल अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि जब तक वेतन और सेवा विस्तार आदेश जारी नहीं किए जाते, तब तक धरना अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन पर जानबूझकर कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर करने और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
सेवाप्रदाताओं ने यह भी कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय की अधिकांश शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्थाएं उन्हीं के सहयोग से संचालित हो रही हैं, क्योंकि नियमित कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। ऐसे में यदि वे कार्य से विरत होते हैं तो प्रवेश, परीक्षा, परिणाम और कक्षा संचालन जैसे कार्य बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।
धरना स्थल पर छात्रों और अभिभावकों की भी उपस्थिति देखी गई, जो प्रवेश प्रक्रिया और परिणामों पर प्रभाव को लेकर चिंतित नजर आए। अब सभी की निगाहें विश्वविद्यालय प्रशासन पर टिकी हैं कि वह इस आंदोलन के प्रति अगला कदम क्या उठाता है।