उदयपुर : पारस हेल्थ हॉस्पिटल, उदयपुर के प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. अजीत सिंह ने चिकित्सा जगत में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने 21 वर्षीय युवती की रीढ़ की हड्डी से 17 सेंटीमीटर लंबे इंट्रामेडुलरी ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया है। इस अद्वितीय सर्जरी को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है, जिसने भारत को वैश्विक न्यूरोसर्जरी के मानचित्र पर गौरवपूर्ण स्थान दिलाया है। यह जटिल ट्यूमर गर्दन की दूसरी हड्डी (C2) से लेकर छाती की पांचवीं हड्डी (T5) तक फैला हुआ था। इसे हटाने के लिए की गई यह सर्जरी अब तक की सबसे लंबी और चुनौतीपूर्ण स्पाइनल सर्जरी मानी जा रही है। पारस हेल्थ हॉस्पिटल ने इसे “रीढ़ की ऊपरी हड्डी से हटाया गया सबसे लंबा स्पाइनल एपेंडिमोमा” के रूप में रिकॉर्ड किया है। यह उपलब्धि न केवल डॉ. अजीत सिंह की दक्षता का प्रमाण है, बल्कि भारत की चिकित्सा क्षमताओं और तकनीकी नवाचार का भी प्रतीक है। सर्जरी के दौरान न्यूरो-नेविगेशन और इंट्रा-ऑपरेटिव न्यूरो-मॉनिटरिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया, जिससे ऑपरेशन की सटीकता और मरीज की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी। उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन के कुछ ही दिनों बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर सामान्य जीवन जीने लगी, जो टीम की लगातार देखभाल और विशेषज्ञता का नतीजा है। डॉ. अजीत सिंह अब तक 5,000 से अधिक सफल न्यूरोसर्जरी कर चुके हैं और वे मिनिमली इनवेसिव सर्जरी, न्यूरो-ऑन्कोलॉजी और पीडियाट्रिक न्यूरोसर्जरी के क्षेत्र में एक अग्रणी नाम हैं। उनका मानना है कि, “न्यूरोसर्जरी में सफलता सिर्फ तकनीक से नहीं, बल्कि समर्पण, सहानुभूति और सतत देखभाल से मिलती है।” यही सिद्धांत उनके हर सफल केस में झलकता है। यह उपलब्धि केवल एक जीवन बचाने की कहानी नहीं है, बल्कि यह वैश्विक चिकित्सा विज्ञान में भारत के योगदान और पारस हेल्थ की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है, जो हर मरीज को संवेदना, तकनीक और उत्कृष्ट देखभाल के साथ उपचार प्रदान करने के लिए समर्पित है।