के डी अब्बासी
कोटा। सेवारत चिकित्सकों ने प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गा शंकर सैनी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार सिंघल ज्ञापन सौंपा और सरकार को आभार ज्ञापित किया एन एम सी की गाइड लाइंस लागू करने , ग्रुप 1 और 2 मर्ज कर पृथक चिकित्सा स्वास्थ्य केडर का निर्माण हो ताकि सरल सुलभ गुणवतापूर्ण चिकित्सा एवं शिक्षा मिल सके ।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ कोटा ने आरएमसीटीए द्वारा प्रदर्शन जनविरोधी बेतुका बताया है भारत सरकार और राज्य सरकार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सबको स्वास्थ्य हर जिले में मेडिकल कॉलेज और आमजन को सुलभ चिकित्सा प्रदान करने के प्रयासों का मेडिकल टीचर्स द्वारा विरोध और धारणा पूर्णतया गलत और जन विरोधी है
राजस्थान का सेवारत चिकित्सक प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गा शंकर सैनी ने ऐसे बयान को राजस्थान के मजबूत स्वास्थ्य प्रबंधन को कमजोर करने का प्रयास है यह केवल निजी स्वार्थ पूर्ति के चलते आरएमसीटीए कर रहा है।
एनएमसी के नये नियमो की पालनार्थ राज्य सरकार के समिति बनने का निर्णय स्वागत योग्य है राज्य के माननीय मुख्यमंत्री जी और चिकित्सा मंत्री जी का हृदय से आभार
राजस्थान में संभाग मुख्यालय सहित 30 मेडिकल कॉलेज है 24 कॉलेज छोटे जिलों ,आदिवासी अंचल में है अधिकांश जगह पर्याप्त डॉक्टर नहीं है सरकार के निर्णय से आमजन को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलेगी
*सभी के लिए “एनपीए” अनिवार्य कर दिया जाए*। *जब मेडिकल शिक्षक और विषेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी की डिग्री समान है और शिक्षा पद्धति भी समान है* तो फिर मेडिकल टीचर को केवल निजी स्वार्थ के लिए सरकार का विरोध करना अनुचित और अनुशासन हीनता गैर जिम्मेदाराना और सरकार को धमकी है
राजस्थान में 15000 से अधिक सेवारत चिकित्सक है सरकार के निर्णय से डॉक्टर्स की कमी से जुझ रहे मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स की कमी दूर होगी और गुणवतापूर्ण विशेषज्ञ सेवा शहरी के साथ ग्रामीण दुरस्त सबको को मिलेगी
राज्य सरकार का स्वास्थ्य प्रबंधन मजबूत करने का ऐतिहासिक निर्णय चिकित्सा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा नए मेडिकल कॉलेज जो चिकित्सकों की कमी से जुझ रहा था कमी दूर होगी
बारां के सेवारत चिकित्सकों ने काम करने के बाद भी दोयम दर्जे के व्यवहार से नाराज होकर इस्तीफे की पेशकश की है मैने उनसे चर्चा कर फिलहाल कड़े कदम उठाने से रोका है देश के माननीय प्रधानमंत्री जी, लोकसभा अध्यक्ष जी, श्रीमान ओम बिरला जी और राज्य के माननीय मुख्यमंत्री जी सभी मेडिकल कॉलेज में सेवारत चिकित्सकों को टीचर्स का दर्जा दे रहे है उनका बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद
प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गा शंकर सैनी ने कहा आर एम सी टी ए द्वारा प्रदर्शन जनविरोधी बेतुका बताया है , ग्रुप 1 और 2 मर्ज हो पृथक चिकित्सा स्वास्थ्य केडर बने, भारत सरकार और राज्य सरकार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सबको स्वास्थ्य हर जिले में मेडिकल कॉलेज और आमजन को सुलभ चिकित्सा प्रदान करने के प्रयासों का मेडिकल टीचर्स द्वारा विरोध और धारणा पूर्णतया गलत और जन विरोधी है
मेडिकल कॉलेज गुरु जन को समझना पड़ेगा उनकी नौकरी वही है अब खाली पदों पर समान डिग्री धारी को कार्य करने में क्या दिक्कत है जो धरना प्रदर्शन कर रहे है ना उनकी सीट पर कोई आ रहा है ना उनका कोई हक छीन रहा है वर्षो से मेडिकल कॉलेज में कार्यरत सेवारत चिकित्सक को राजस्थान के 30 नए मेडिकल कॉलेज में सारी व्यवस्था देख रहे है मेडिकल टीचर के लिए कोई अलग से डिग्री नहीं होती है सेवारत चिकित्सक और मेडिकल कॉलेज टीचर्स की डिग्री समान है बस अंतर इतना है वो मेडिकल कॉलेज में सेवा देते है और हम जिला चिकित्सालय में सेवा दे रहे है जो अब मेडिकल कॉलेज में बदल गए वहां मेडिकल टीचर्स जा नहीं रहे है और पद रिक्त है छात्रों की पढ़ाई और अन्य कार्य प्रभावित हो रहे है एन एम सी की गाइड लाइंस के अनुसार राज्य सरकार रिक्त पद भर कर आमजन को समुचित चिकित्सा व्यवस्था का प्रयास कर रहे है तो गुरुदेव धरना प्रदर्शन कर रहे है यह पूर्णतया अनुचित है।आभार और आग्रह ज्ञापन में
प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गा शंकर सैनी, डॉ संजय हाड़ा,डॉ जय किशन मीणा,डॉ प्रद्युम्न गोयल, आई एम ए कोटा सचिव डॉ मनीष बोहरा, सेवारत चिकित्सक संघ कोटा महासचिव डॉ राजेश सामर, डॉ शिव कुमार शर्मा, डॉ मनोज गुप्ता,डॉ गोविंद मीणा डॉ,राजमल मीणा , डॉ राजीव मीणा ,डॉ हेमंत गुप्ता ,डॉ राजेंद्र मीणा ,डॉ नरेंद्र मीणा , डॉ मुकेश मौर्य, डॉ नीतेश मीणा सहित अन्य उपस्थित रहे