वॉटर फॉर पीपल इंडिया ने भारतीय जनसंचार संस्थान में आयोजित किया ‘गार्डियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर’ जागरूकता सत्र

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Published on : 18 Sep, 25 02:09

वॉटर फॉर पीपल इंडिया ने भारतीय जनसंचार संस्थान में आयोजित किया ‘गार्डियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर’ जागरूकता सत्र

नई दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन वॉटर फॉर पीपल इंडिया ने बुधवार (17 सितम्बर) को भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) में मीडिया के छात्रों के लिए जागरूकता और सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्था के प्रमुख अभियान ‘गार्डियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर’ का हिस्सा था।

यह आयोजन अभियान की युवा-केंद्रित पहल ‘युवा की लहर’ में एक अहम कदम साबित हुआ, जिसका उद्देश्य युवाओं में भूमिगत जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना, जिम्मेदारी की भावना विकसित करना और समाधान तलाशने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना है। उल्लेखनीय है कि वॉटर फॉर पीपल इंडिया सुरक्षित जल, स्वच्छता और हाइजीन (WASH) सेवाओं तक सतत पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

युवाओं को दीर्घकालिक पर्यावरणीय बदलाव के वाहक मानते हुए, इस सत्र में छात्रों और विशेषज्ञों को एक साथ जोड़ा गया ताकि भारत के भूजल संकट को समझा जा सके और ठोस समाधान तलाशे जा सकें। सत्र में यह भी रेखांकित किया गया कि जलवायु परिवर्तन की अनिश्चितताएं जैसे वर्षा में असमानता, जल की कमी और मौसमी असंतुलन ने भूजल प्रबंधन को नीतिगत और सामुदायिक, दोनों स्तरों पर और भी अधिक आवश्यक बना दिया है।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध फिल्मकार और गार्जियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर अभियान के ब्रांड एंबेसडर इम्तियाज़ अली द्वारा तैयार किए गए अभियान वीडियो की स्क्रीनिंग से हुई। इस अवसर पर इम्तियाज़ अली ने देशभर के युवाओं से जल संरक्षण के सक्रिय संरक्षक बनने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को एक मीडिया सिमुलेशन कार्यशाला में भी शामिल किया गया, जिसका उद्देश्य उनकी समस्या की समझ को परखना और यह दिखाना था कि किस तरह संचार माध्यम इस अहम मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए नवोन्मेषी समाधान प्रस्तुत कर सकते हैं।

सत्र में यह रेखांकित किया गया कि शहरी जलापूर्ति का लगभग 70% हिस्सा भूजल पर निर्भर है और अनियंत्रित दोहन के साथ तेजी से बढ़ता शहरीकरण भू-भंडारों (एक्वीफर्स) पर भारी दबाव डाल रहा है। वॉटर फॉर पीपल इंडिया के विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने ज़ोर देकर कहा कि युवाओं विशेषकर भविष्य के संचारकर्ताओं को सही जानकारी और प्रेरणा से लैस करना बेहद आवश्यक है, ताकि वे अपनी आवाज़ का उपयोग कर जागरूकता फैला सकें और भारत के जल संसाधन प्रबंधन की दिशा बदलने में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

इस अवसर पर वॉटर फॉर पीपल इंडिया के कंट्री डायरेक्टर बिश्वदीप घोष ने कहा: “भारत का भूजल तेजी से घट रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए समाज के हर वर्ग विशेषकर युवाओं को आगे आना होगा। गार्जियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर अभियान के माध्यम से हम नई पीढ़ी को इस अमूल्य संसाधन की सुरक्षा के लिए आवश्यक ज्ञान और प्रेरणा प्रदान कर रहे हैं। उनकी आवाज, उनकी ऊर्जा और उनका नवाचार ही भारत की जल सुरक्षा का भविष्य तय करेगा”

कार्यक्रम में वॉटर फॉर पीपल की टीम ने छात्रों के साथ संवाद भी किया, जिसमें उन्होंने भूजल और जलवायु परिवर्तन के बीच संबंधों पर चर्चा की और सामुदायिक स्तर पर अपनाए जा सकने वाले ठोस उपायों पर विचार किया। छात्रों ने उत्साहपूर्वक अपने समुदायों में जल संरक्षण के प्रहरी बनने और सतत उपायों को बढ़ावा देने की शपथ ली।

इस अभियान ने अपनी गति को और आगे बढ़ाते हुए, पिछले सप्ताह दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और पटना के डीएमआई में भी इसी तरह के सत्र आयोजित किए थे। तीनों आयोजनों में कुल 200 से अधिक छात्र जुड़े, जो युवाओं के बीच अभियान के बढ़ते जमीनी असर को दर्शाता है।

वॉटर फॉर पीपल इंडिया का ‘गार्डियन्स ऑफ ग्राउंडवॉटर’ अभियान कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ‘वॉटर वारियर्स’ का नेटवर्क तैयार करने और युवाओं को भूजल संरक्षण को एक युवाओं द्वारा संचालित जन आंदोलन बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।


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