सृजन द स्पार्क का दीपावली स्नेहमिलन समारोह

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Published on : 13 Oct, 25 14:10

   सदाबहार गीतों से सजी महेश मोयल व नुपूर कौशल की सुरमयी शाम

सृजन द स्पार्क का दीपावली स्नेहमिलन समारोह


उदयपुर। सृजन द स्पार्क का दीपावली स्नेहमिलन समारोह सोभागपुरा सौ फीट रोड़ स्थित सेरेमनी रिसोर्ट में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बाॅलीवुड सिंगर महेश मोयल एवं नूपर कौशल की आवाज मे सदाबहार गीतों की सुरमशी शाम का आयोजन हुआ।
गीतों भरी इस रंग बिरंगी रोशनी एवं आर्केस्ट्रा के साथ सजी शाम में महेश मोयल एवं नुपूर कौशल ने कार्यक्रम की शुरूआत कुमार शानू द्वारा गाये गये गीत तू मेरी है प्रेम की भाषा.... से की। इसके बाद इस जोड़ी ने उदित नारायण के गाये गीत चंाद ने कुछ कहा,रात ने कुछ सुना....,किशोर कुमार द्वारा फिल्म सिलसिला में गाये गीत देखा एक ख्वाब  तो ये सिलसिले हुए...,मोहम्मद रफी के गीत कितना प्यारा वादा है इन मतवाली आंखों का...,रफी व लता के गीत तेरे हाथों में पहना के चुड़िया,के मौज बन जा के ले गया...,ऋषि कपूर व नीतू सिंह पर फिल्माये गये गीत आंखों में काजल है, काजल में मेरा दिल है...,आरडी बर्मन द्वारा संगीतबद्ध किये गये गीत तेरा फूलों जैसा रंग...,राजेश खन्ना व श्ािर्मला टैगोर पर फिल्माये गये गीत गुनगुना रहे भंवर खिल रही है कली-कली....,शर्मिला टैगोर व शम्मी कपूर पर फिल्माये गये गीत ये चंाद सा रोशन चेहरा,जुल्फों का रंग सुनहरा...,ख्यातनाम कलाकार जाॅनी वाॅकर पर फिल्माये गये गीत जाने कहां मेरा जिगर गया जी...,सर तेरा चकराये या जी घबराये... को अपनी आवाज देकर इस समारोह में चार चंाद लगा दिये।
प्रारम्भ में सृजन द स्पार्क के अध्यक्ष सृजन राजेन्द्र शर्मा ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए संस्था के निर्माणाधीन एकडमी भवन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कला,संस्कृति,एवं संगीत की अमूल्य धरोहर को सहजने,नयी प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने हेतु मंच प्रदान करने एवं विलुप्त होती हमारी पुरातन कला,संगीत व वाद्य य़न्त्रों को सहजने की दिशा में एक अद्धितीय कदम है।
उन्होंने कहा कि कलाकारों के सम्मान में सृजन द स्पार्क विगत एक दशक से देश के ख्यातनाम गीतकारों,गायकों,संगीत रचियताओं,कवियों शायरों, और इस क्षेत्र से जुड़े प्रतिभाशाली कलाकारों को लाइफ टाईम अचीवमेन्ट अवार्ड प्रदान करती आयी है।
सृजन द स्पार्क एपेक्स के पूर्व अध्यक्ष जी.आर.लोढ़ा ने कहा कि स्पार्क द्वारा बनायी जा रही संगीत की एकेडमी के निर्माण हेतु विभिन्न दानदाताओं द्वारा सहयोग किया जा रहा है जिनमें प्रमुख रूप से पी.एस.तलेसरा,मानिक नाहर, भूपेन्द्र बाबेल, भूपेन्द्र श्रीमाली,इकराम कुरैशी,राजेश खमसेरा, राजेन्द्र शर्मा जी.आर.लोढ़ा,रमेश खट्टर सहित कुछ अन्य सदस्य शामिल है।
अंत में आभार ज्ञापित करते हुए मानद सचिव राजेन्द्र भण्डारी ने कहा कि पूर्व पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न खमेसरा की इस सोच को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से चन्द संगीत कलाप्रेमी सदस्यों द्वारा 15 वर्ष पूर्व इस संस्था की स्थापना की गई और आज इस संस्था के 18 चेप्टर देश और विदेश में कार्यरत है और अब यह संस्था अन्तर्राष्ट्रीय संस्था का रूप ले चुकी है। कार्यक्रम का संचालन ब्रजेन्द्र सेठ ने किया।


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