जनजाति गौरव वर्ष - 2025 :विद्यार्थियों ने जानी भगवान बिरसा मुण्डा के संघर्ष और स्वाभिमान की कहानी

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Published on : 04 Nov, 25 03:11

प्रदेश भर के विद्यालयों में निबंध, पोस्टर और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश भर में मनाए जा रहे जनजाति गौरव  वर्ष के तहत राजस्थान में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में 15 दिवसीय विशेष आयोजन हो रहे हैं। इसी कड़ी में अभियान के तीसरे दिन सोमवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में प्रदेश भर के राजकीय विद्यालयों में विविध प्रेरक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनका उद्देश्य विद्यार्थियों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, विचारों और समाज के प्रति उनके समर्पण से परिचित कराना रहा।

जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी और आयुक्त केएल स्वामी के निर्देशन में सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को बिरसा मुंडा की जीवनी, उनके समाज सुधार कार्यों और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में बताया गया। बच्चों ने बड़े मनोयोग से भगवान बिरसा मुंडा के संघर्षों की प्रेरक कहानियाँ सुनीं और उनसे जीवन में आगे बढ़ने की सीख ली।

प्रार्थना सभा के बाद विद्यालयों में निबंध लेखन, पोस्टर निर्माण और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें बालक-बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन के आदर्शों को अपने शब्दों और रंगों में जीवंत किया। विद्यालय प्राचार्यों और शिक्षकों ने बताया कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में समाज के प्रति जिम्मेदारी, राष्ट्रप्रेम और अपनी सांस्कृतिक जड़ों के प्रति गर्व की भावना को मजबूत करते हैं। भगवान बिरसा मुंडा का जीवन यह सिखाता है कि संघर्ष और परिश्रम से ही अपने अधिकारों की रक्षा की जा सकती है।


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