हिन्दुस्तान जिं़क की लगातार तीसरे वर्ष एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2025 में वैश्विक स्तर पर नंबर 1* रैंकिंग

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Published on : 06 Nov, 25 15:11

मेटल और माइनिंग सेक्टर की 235 कंपरियों में से इण्डस्ट्री लीडिंग एसएण्डपी ग्लोबल सीएसए 2025 के लिए 90 स्कोर प्राप्त किए

हिन्दुस्तान जिं़क की लगातार तीसरे वर्ष एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2025 में वैश्विक स्तर पर नंबर 1* रैंकिंग

 भारत का एकमात्र और दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत जिंक उत्पादक, और दुनिया के शीर्ष पाँच चांदी उत्पादकों में से एक, हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड ने 5 नवंबर 2025 तक एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 2025 में मेटल और माइनिंग क्षेत्र में विश्व में लगातार तीसरे वर्ष पहला स्थान बरकरार रखा है। कंपनी ने लगातार तीसरे वर्ष सस्टेनेबिलिटी में हैट्रिक बनाते हुए मेटल माइनिंग सेक्टर की 235 कंपनियों से अधिक 100 में से 90 सीएसए स्कोर प्राप्त किया जो कि जो पिछले पांच वर्षों में सर्वाधिक है।

एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक (ईएसजी) प्रदर्शन के आकलन के लिए दुनिया के अग्रणी मानदंडों में से एक है। यह ईएसजी मानदंडों के आधार पर कंपनियों का मूल्यांकन करता है और उनकी सस्टेनेबिलिटी प्रथाओं का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। ये रैंकिंग कंपनियों के लिए अपने ईएसजी प्रदर्शन का आकलन करने, सुदृढ़ीकरण के क्षेत्रों की पहचान और वैश्विक सस्टेनेबिलिटी मानकों के साथ तालमेल बिठाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करती हैं। गत वर्ष, हिन्दुस्तान जिं़क ने 2024 के मूल्यांकन के अनुसार 86 अंकों के साथ धातु और खनन उद्योग में वैश्विक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इस वर्ष, हिन्दुस्तान जिं़क ने जलवायु रणनीति, सामुदायिक संबंध, अपशिष्ट और प्रदूषकों जैसे प्रमुख मापदंडों में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए।

यह मान्यता दुनिया के सबसे स्थायी धातु और खनन संगठन के रूप में कंपनी की स्थिति को मजबूत करती है, जिस पर वैश्विक निवेशकों, भागीदारों और हितधारकों का समान रूप से भरोसा है। कंपनी का निरंतर नेतृत्व पर्यावरण प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा परिवर्तन, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, सुरक्षा और सामाजिक प्रदर्शन में एकीकृत सस्टेनेबिलिटी दृष्टिकोण को दर्शाता है।

इकोजेन - एशिया की पहली कम कार्बन वाली जिंक जैसी पहलों और निरंतर डीकार्बोनाइजेशन उपायों के माध्यम से, हिन्दुस्तान जिं़क औद्योगिक नवाचार और जलवायु उत्तरदायित्व में मानक स्थापित कर रहा है। कंपनी 3.32 गुना वाटर-पॉजिटिव भी है और हाल ही में इंटरनेशनल कांउसिंल आॅन माइनिंग एण्ड मेटल्स में शामिल होने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी। ये उपलब्धियाँ परिचालन उत्कृष्टता, सतत विकास और मूल्य श्रृंखला में दीर्घकालिक मूल्य सृजन पर उनके प्रमुखता से प्रयासों को रेखांकित करती हैं।

इस उपलब्धि पर हिन्दुस्तान जिं़क की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा कि, लगातार तीसरे वर्ष मेटल और माइनिंग क्षेत्र में विश्व की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त होना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। यह मान्यता ईएसजी उत्कृष्टता के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता और जिम्मेदार, समावेशी विकास की हमारी निरंतर खोज को दर्शाती है। यह वह दिशासूचक है जो हमारे विकास को निर्देशित करता है - हर नवाचार, हर साझेदारी और एक अधिक सस्टेनेबल कल की ओर हर कदम को आकार देता है।

सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिं़क निरंतर वैश्विक नेतृत्व दर्शाता है कि कैसे भारतीय उद्यम जिम्मेदार उद्योग के भविष्य को आकार दे रहे हैं। कंपनी वैश्विक सर्वोत्तम संचालन का समर्थन करती रही है, ईएसजी रिपोर्टिंग में पारदर्शिता को बढ़ावा देती रही है और 2050 तक अपने नेट जीरो लक्ष्य की दिशा में काम करती रही है। सस्टेनेबिलिटी व्यावसायिक दर्शन में गहराई से समाहित है, और हिन्दुस्तान जिं़क वैश्विक जवाबदेही के साथ विश्व स्तरीय प्रदर्शन प्रदान करने की भारत की क्षमता का प्रतीक है।

कंपनी ने अपने परिचालनों में वृत्ताकार अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को एकीकृत किया है, प्रमुख स्थलों पर 100 प्रतिशत से अधिक वाॅटर रिसायकल किया है, लैंडफिल में जीरो वेस्ट बनाए रखा है और जिम्मेदार खदान संचालन को सुनिश्चित किया है। 530 मेगावाट बिजली वितरण एमओयू के साथ, हिन्दुस्तान जिं़क की योजना वित्त वर्ष 2028 तक अपनी 70 प्रतिशत बिजली रिन्यूएबल स्रोतों से प्राप्त करने की है, जिससे उसके कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आएगी। कंपनी अपनी स्मार्ट माइनिंग पहल के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों, कम उत्सर्जन वाले ईंधन वाहनों और डिजिटल दक्षता प्रणालियों को अपनाकर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में भी काम कर रही है।

पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ ही हिन्दुस्तान जिं़क की सस्टेनेबिलिटी में सामाजिक प्रबंधन, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, आजीविका और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना शामिल है, जिससे वित्त वर्ष 2025 में 2.3 मिलियन से अधिक लोगों को लाभ होगा। कंपनी की जैव विविधता संरक्षण परियोजनाएँ, जिनमें उसके परिचालन क्षेत्र में देशी वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण के प्रयास शामिल हैं, प्रकृति के साथ सामंजस्य के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती हैं। संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप और मूल्य श्रृंखला में जिम्मेदार प्रथाओं को अपनाकर, हिन्दुस्तान जिंक एक कोरोइजन फ्री,रिसोर्स रेसिलिएंट न और इंक्ल्यूसीव फ्यूचर के लिए मानक स्थापित करना जारी रखे हुए है।

’एसएण्डपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए स्कोर) कंपनियों की सस्टेनेबिलिटी प्रथाओं का एक वार्षिक मूल्यांकन है, जो उद्योग-विशिष्ट और वित्तीय रूप से महत्वपूर्ण, दोनों तरह के सस्टेनेबिलिटी मानदंडों पर केंद्रित है। इसकी घोषणा *5 नवंबर 2025 को की गई ।


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