गीतांजली यूनिवर्सिटी, उदयपुर में एमबीबीएस प्रथम प्रोफेशनल (बैच 2025) के विद्यार्थियों हेतु ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 250 नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन श्री जे.पी. अग्रवाल रहे तथा विशेष अतिथि के रूप में गीतांजली ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंकित अग्रवाल एवं डॉ. आर.के. व्यास (प्रेसिडेंट, गीतांजली यूनिवर्सिटी) उपस्थित रहे। अन्य गणमान्य अतिथियों में डॉ. संगीता गुप्ता (डीन, जीएमसीएच), डॉ. मनजिंदर कौर (एडिशनल प्रिंसिपल), डॉ. हरप्रीत सिंह (मेडिकल सुप्रीनटेनडेंट), श्री संदीप कुमावत (वाईस प्रेसिडेंट) एवं श्री ऋषि कपूर (सीईओ, जीएमसीएच) शामिल रहे।
डॉ. हरप्रीत सिंह ने गीतांजली ग्रुप की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए यूनिवर्सिटी और हॉस्पिटल की विशेषताओं का परिचय कराया।
डॉ. मनजिंदर कौर ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की सुविधाओं एवं शैक्षणिक वातावरण से परिचित कराया तथा एमबीबीएस पाठ्यक्रम की रूपरेखा समझाई।
डॉ. जितेन्द्र जीनगर ने विद्यार्थियों को रैगिंग एवं एंटी-रैगिंग उपायों के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि संस्थान में विद्यार्थियों की सुरक्षा और सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा रैगिंग के प्रति विश्वविद्यालय की ‘शून्य सहनशीलता नीति’ (Zero Tolerance Policy) लागू है।
डॉ. संगीता गुप्ता ने नए विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आप सब अगले साढ़े पाँच वर्षों तक गीतांजली यूनिवर्सिटी ही आपका घर है और आप यहाँ एक कुशल और संवेदनशील मेडिकल प्रोफेशनल के रूप में विकसित होंगे।
डॉ. आर.के. व्यास ने विद्यार्थियों को नियमितता और निरंतरता बनाए रखने की प्रेरणा दी।
श्री जे.पी. अग्रवाल ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में ज्ञानार्जन एवं कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को अच्छे संस्कारों और आदतों को अपनाने की सलाह दी, जिससे व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास संभव हो सके।
वरिष्ठ छात्राओं सुश्री अनुष्का सोनी एवं डॉ. वंशिका गुप्ता ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों के साथ गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर गीतांजली यूनिवर्सिटी की वार्षिक पत्रिका “एहसास” का लोकार्पण भी किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. पारुल चतुर्वेदी ने किया।