स्व. श्रीमाली की पुस्तक का लोकार्पण एवं व्याख्यान

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Published on : 19 Nov, 25 16:11

स्व. श्रीमाली की पुस्तक का लोकार्पण एवं व्याख्यान


उदयपुर प्रसंग संस्थान एवं वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केन्द्र उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बुधवार को आकाशवाणी के पूर्व निदेशक, कवि व लेखक स्व. इन्द्र प्रकाश श्रीमाली की पुस्तक ‘आकाशवाणी की अनुभव यात्रा’ का लोकार्पण कर भावांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ गीतकार किशन दाधीच ने कहा कि स्व.इन्द्र प्रकाश श्रीमाली के लेखन प्रिंट मीडिया लेखन पर शोध किया जाना चाहिए।  उदयपुर आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी विनोद शर्मा ने कहा कि श्रीमाली ने एक आदर्श स्थापित किया था। रेडियो से उनकी बहुमुखी प्रतिभा उजागर हुई। आकाशवाणी को जन जन तक पहुंचाना आसान नहीं है। यूनीवार्ता दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार रवि चतुर्वेदी ने पुस्तक को युवाओं के लिए महत्वपूर्ण बताया। प्रसंग संस्थान की अध्यक्ष डॉ मंजु चतुर्वेदी ने कहा कि साहित्य के प्रचार प्रसार में आकाशवाणी की खास भूमिका रही है। भाषा की शुद्धता के लिए आकाशवाणी को साहित्यिक परिचर्चाएं करनी चाहिए। इसी दौरान रीना श्रीमाली की पुस्तक डॉ प्रकाश आतुर के कृतित्व का अनुशीलन का भी लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में प्रो अरुण चतुर्वेदी, चन्द्रकान्ता बंसल, मधु अग्रवाल, मंजु त्रिपाठी, इन्द्रा जैन, कौस्तुभ प्रकाश, रजनी चतुर्वेदी, कविता आतुर सुनील टांक, रीना श्रीमाली, विजय श्रीमाली ने विचार व्यक्त किए। गज़़लकार मुश्ताक चंचल ने शायरी से रंग जमाया। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केन्द्र उदयपुर की निदेशक और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डाक्टर रश्मि बोहरा ने श्रीमाली को भावों की तरलता का कवि और प्रबुद्ध रचनाकार कहा। इकोनोमिक्स टाइम्स, दिल्ली की सीनियर असिस्टेंट एडिटर अनुमेहा चतुर्वेदी ने पुस्तक के संस्मरणों को जीवन की पूंजी बताया। कार्यक्रम में रजनी कुलश्रेष्ठ, अकादमी के सचिव डॉ बसंत सिंह सोलंकी, रचनाकार तरूण दाधीच, लेखिका शकुंतला सरूपरिया, निर्मल गर्ग, सुयश चतुर्वेदी, आदर्श, धारणा, शितिपर्णा सहित नगर के अनेक रचनाधर्मियों उपस्थित रहे। संचालन डॉ. सरिता जैन ने किया।


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