हिन्दुस्तान जिंक ने स्वीडन में दुनिया की सबसे गहरी मैराथन पूरी कर दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

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Published on : 22 Nov, 25 06:11

हिन्दुस्तान जिंक ने स्वीडन में दुनिया की सबसे गहरी मैराथन पूरी कर दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

18 देशों के 55 धावकों के साथ हिन्दुस्तान जिं़क के सीईओ अरुण मिश्रा एवं सीओओ किशोर एसने विश्व की सबसे गहरी मैराथन लिया हिस्सा

स्वीडन में बोलिडेन की गारपेनबर्ग जिंक खदान में समुद्र तल से 1,120 मीटर नीचे अँधेरे में आयोजित यह मैराथन मानसिक और शारीरिक दृढ़ता के साथ-साथ आधुनिक खनन उद्योग की सुरक्षा और नवाचार का भी उदाहरण

उदयपुर: विश्व की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड जिंक प्रोड्यूसर और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स में एशिया की पहली कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड ने दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर इतिहास रच दिया है। कंपनी के सीईओ अरुण मिश्रा एवं सीओओ किशोर कुमार एसने स्वीडन में बोलिडेन की गारपेनबर्ग जिंक खदान में समुद्र तल से 1,120 मीटर नीचे आयोजित विश्व की सबसे गहरी मैराथन में भाग लिया।

बिकमिंगX, बोलिडेन और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स (आईसीएमएमद्वारा आयोजित यह कार्यक्रम 23 अक्टूबर, 2025 को आयोजित किया गया थाजिसमें हिंदुस्तान जिंक एकमात्र भारतीय ऑफिशियल पार्टनर था। इस अंडरग्राउंड मैराथन ने ऑफिशियली दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं डीपेस्ट मैराथन (इंडिविजुअलऔर  डीपेस्ट अंडरग्राउंड मैराथन डिस्टेंस रन (टीम), जिससे मिस्टर अरुण मिश्रा इन रिकॉर्ड कैटेगरी के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज कराने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।

उच्च आर्द्रता 30 डिग्री सेंटीग्रेट तक के तापमानबजरी वाले इलाके और लगभग पूर्ण अँधेरे को पार करते हुए, 18 देशों के 57 धावकों ने पूरी मैराथन दूरी पूरी करने के लिए 3.84 किमी सुरंग के 11 चक्कर पूरे किए। इसका उद्देश्य बीकमिंगफाउंडेशन और वाइल्ड एट हार्ट फाउंडेशन के लिए 1 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाना थाजो चुनौती और रोमांच की साझा भावना से एकजुट थे।

हिन्दुस्तान जिं़क के सीईओ अरुण मिश्रा ने इस आयोजन के महत्व पर कहा कि विश्व की सबसे गहरी मैराथन में भाग लेना केवल एंड्योरेंस चैलेंज नहीं थाबल्कि यह इस बात का एक मजबूत सिंबल था कि माइनिंग इंडस्ट्री कैसे आगे बढ़ी है। मुझे खुशी है कि हिन्दुस्तान जिं़क इस रिकॉर्ड ब्रेकिंग इवेंट में बिकमिंगX, बोलिडेन और इंटरनेशनल काउंसिल ऑन माइनिंग एंड मेटल्स का भागीदार बन सका विश्व के सबसे गहरे मैराथन ने दिखाया कि सेफ्टीटेक्नोलॉजी और कोलेबोरेशन से हम दुनिया के सबसे मुश्किल माहौल में भी बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।

 

अपनी आईसीएमएम मेंबरशिप के साथहिंदुस्तान जिंक कोलेबोरेशन और थॉट लीडरशिप के एक नए फेज में जा रहा हैएक ऐसा फेज जहाँ सस्टेनेबल माइनिंगमिनरल सिक्योरिटी और भविष्य की इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर भारत का नजरिया ग्लोबल पॉलिसी बनाने वाली बातचीत का जरूरी हिस्सा बन रहा है।

बीकमिंगग् के सीईओ पॉल गर्नी ने कहा कि यह मैराथन एक असाधारण उपलब्धि हैऔर यह उस भावना को दर्शाती है जिसके लिए बीकमिंगकार्यरत  है  1 किलोमीटर से अधिक नीचेकम दृश्यता और उच्च आर्द्रता में मैराथन पूरी करना मानव की असाधारण क्षमता का एक सच्चा प्रमाण है मैं बोलिडेन और आईसीएमएम दोनों को इस विजन में विश्वास रखने और इस आयोजन को संभव बनाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।

 

आईसीएमएम के सीईओ रोहितेश धवन ने कहा कि सुरंग के अंदर सुरक्षित और सफलतापूर्वक पूरी मैराथन का आयोजन करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि हैऔर यह खनन उद्योग


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