राजकीय बालिका विद्यालय में एसआईआर कार्यशाला आयोजित
जैसलमेर। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) – 2026 के तहत मतदाता सूची अद्यतन कार्य को गति प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता गतिविधियों का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी व स्वीप प्रकोष्ठ नोडल अधिकारी रश्मि रानी एवं जिला स्वीप समन्वयक प्रमोद कुमार व्यास के निर्देशन में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, जैसलमेर में एक महत्वपूर्ण एसआईआर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था प्रधान विनोद छंगाणी ने की।
कार्यशाला के दौरान स्वीप टीम सदस्य गोविंद गर्ग, वरिष्ठ व्याख्याता ने उपस्थित कार्मिकों एवं छात्राओं को विशेष गहन पुनरीक्षण की वर्तमान संदर्भ में महत्त्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी पात्र मतदाता 4 दिसम्बर की अंतिम तिथि की प्रतीक्षा किए बिना अपने गणना प्रपत्र शुद्ध रूप से भरकर, रंगीन फ़ोटो चस्पा कर, बीएलओ को समय पर जमा करवाएं। निर्वाचन विभाग द्वारा 2002 के विवरण भरने में आ रहीं कठिनाइयों को दूर करने के लिए अब प्रत्येक मतदाता अपने 2002 के भाग संख्या एवं क्रम संख्या को इंटरनेट पर अपने नाम से सरलता से खोज सकते हैं।
कार्यशाला में विद्यार्थियों को नवीन डिजिटल निर्वाचन प्रक्रियाओं से परिचित कराने के लिए QR आधारित वेरीफिकेशन सिस्टम, EPIC अपडेट मॉड्यूल तथा इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का लाइव तकनीकी प्रदर्शन किया गया। इस दौरान छात्राओं ने न केवल प्रक्रियाओं को समझा, बल्कि स्वयं इन सुविधाओं का उपयोग करना भी सीखा।
स्वीप टीम ने छात्राओं से आग्रह किया कि वे इस जानकारी का उपयोग अपने-अपने घरों में कर परिवारजनों के गणना प्रपत्रों की स्थिति सुनिश्चित करें। यदि प्रपत्र अभी तक जमा नहीं हुए हैं, तो छात्राएं स्वयं उन्हें भरकर, रंगीन फ़ोटो चस्पा कर बीएलओ को जमा करवाएं तथा उसकी पावती प्राप्त करना भी सुनिश्चित करें।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को डिजिटल निर्वाचन प्रणाली से जोड़ना, उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त बनाना एवं उन्हें भविष्य के जिम्मेदार व जागरूक मतदाता के रूप में तैयार करना रहा। संस्था प्रधान श्री विनोद छंगाणी ने छात्राओं को एसआईआर प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग कर एक सजग नागरिक का दायित्व निभाने का आह्वान किया।
यह कार्यशाला विद्यालय परिसर में जागरूकता, सहभागिता एवं तकनीकी दक्षता तीनों का संगम साबित हुई, जिसने छात्राओं में मतदाता सूची पुनरीक्षण के प्रति नई ऊर्जा एवं जागरूकता का संचार किया।