खाटू श्याम मंदिर के विकास कार्यों पर 87 करोड खर्च होंगे
उदयपुर। पर्यटन मंत्रालय ने स्थायी पर्यटन स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसड़ी 2.0) के नाम से नया रूप दिया है। इस योजना के तहत कुल 2208.27 करोड़ रुपये की 53 परियोजनाओं और सीबीडीडी पहल के तहत 648.11 करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इनमें राजस्थान में चार परियोजनाओं की स्वीकृति हुई है।
उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ मन्नालाल रावत की ओर से इस संबंध में पूछे गए लिखित प्रश्न पर कें्रदीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने यह जानकारी दी। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर यह जानकारी मांगी थी कि क्या देश भर में 50 पर्यटन स्थलों का चयन किया गया है।
वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट के अंतर्गत चैलेंज मोड के माध्यम से देश में इन 50 पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना की वर्तमान स्थिति क्या है और स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत बजट व्यय क्या है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि पर्यटन स्थलों और उत्पादों का विकास और संवर्धन मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकार अथवा संघ राज्यक्षेत्र प्रशासन द्वारा किया जाता है। पर्यटन मंत्रालय ने स्थायी पर्यटन स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसड़ी 2.0) के नाम से नया रूप दिया है। इनमें एसडी 2.0 योजना के तहत कुल 2208.27 करोड़ रुपये की 53 परियोजनाओं और सीबीडीडी पहल के तहत 648.11 करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। बजट घोषणा 2025-26 के अनुरूप, पर्यटन मंत्रालय ने गंतव्य विकास और गंतव्य प्रबंधन के लिए कार्यढांचे का मसौदा तैयार किया है और राज्य सरकारों अथवा संघ राज्यक्षेत्र प्रशासनों सहित पर्यटन हितधारकों के साथ परामर्श किया है।
राजस्थान में इस योजना के तहत बूंदी में केशोरायपाटन में आध्यात्मिक अनुभव के लिए 21 करोड 65 लाख रुपए, सीकर में खाटू श्यामजी मंदिर विकास कार्य के लिए 87 करोड 87 लाख रुपए, बीकानेर में करणीमाताजी मंदिर विकास कार्य के लिए 22 करोड 58 लाख रुपए तथा भीलवाडा जिले में मालासेरी डूंगरी के विकास कार्यों के लिए 48 करोड 43 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।