समारोह के मुख्य अतिथि लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य तथा उत्तर प्रदेश राजकीय मंगलायतन विश्वविद्यालय अलीगढ़ वाइस चांसलर श्रीमान परमिंदर जी दशोरा जी, अध्यक्षता श्रीमान सुरेश जी भट्ट प्राचार्य ऐश्वर्या कॉलेज , समारोह के विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध गजल गायक श्रीमान देवेंद्र जी हिरण रहे !
मुख्य अतिथि दशोरा साहब ने अपने उद्बोधन में बताया कि संगीत ही ईश्वर की साधना है,, भगवान शिव के डमरू से विभिन्न ध्वनियों की उत्पति हुई है,, तथा दुनिया का पहला नृत्य भी भगवान शिव का नटराजन है,, तांडव मात्र विनाश ही नहीं सृजन का भी प्रतीक है,, भगवान कृष्ण गीता में कहते हैं वेदों में,, मैं सामवेद हु अर्थात जो वेद गीत संगीत को समर्पित है तो इससे स्पष्ट है कि ईश्वर की भक्ति का सबसे सरल और स्पष्ट मार्ग संगीत है और शायराना परिवार पिछले 15 वर्षों से शहर में गीत, संगीत, शेरों शायरी, गजल के माध्यम से विभिन्न वर्गों ओर समुदायों में प्रेम और समरसता हेतु कार्य कर रहा हे इसके लिए में शायराना का धन्यवाद ज्ञापित करता हु और शुभकामनाएं प्रेषित करता हु आप ऐसे ही संगीत के माध्यम से लोगों में प्रेम का आपसी भाईचारे का संचार करे
अध्यक्षता करते हुए सुरेश भट ने बताया कि साहित्य और संगीत ही युवाओं में मूल्यों का रोपन कर सकते हैं अतिथि गजल गायक देवेंद्र हिरण ने संगीत और साहित्य के बढ़ते प्रभाव के लिए आयोजको को बधाई दी और गजल साहित्य को समाज का दर्पण बताया
शायराना के जिला प्रभारी श्रीमान मनीष जोशी के अनुसार शायराना परिवार पिछले करीब 15 वर्ष से साहित्य और संगीत के निःशुल्क युवाओ के कार्यक्रम निरतंर आयोजित कर साहित्य संगीत की प्रतिभाओ को खुला मंच देता आ रहा है।
कार्यक्रम प्रभारी श्रीमान उत्पल नरेश चौहान के अनुसार, शायराना उदयपुर परिवार विभिन्न जिलों से आये विविध विधाओ के कलाकारों ने किशोर दा स्पेशल को याद गार बना दिया जिसमे किशोर दा के उम्दा फिल्मी गीतों के साथ अपनी कला को प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया !
मीडिया सलाहकार श्रीमान हेमंत सूर्यवंशी ने बताया कि शायराना परिवार कलाकारों को आगामी राज्य स्तरीय कार्यक्रमो में कला प्रस्तुत करने का एक अवसर देने के साथ ही उनकी कला को अनुभवियो द्वारा ओर निखारा जाता है । जिससे उन्हे कला संस्कृति से गहराई से जुड़ने का आधार मिल सके ! आगामी दिवस पर साहित्य सृजन को प्रकाशित किया जायेगा
समारोह में आये सभी सदस्यों का उपर्ना और पगड़ी से स्वागत और अभिनंदन किया गया !
समारोह की प्रस्तुती में
हेमंत सूर्यवंशी – पल पल दिल के पास तुम रहती हो !
अशोक परियानी ने देखा न हाय रे !
मनीष जोशी ने कुमार विश्वास की कविता पेश की !
राजीव शेखर माथुर जी ने फूलो के रंग से दिल कि कलम से !
मलय चक्रबर्थी ने किसका रास्ता देखे ऐ दिल ऐ हरजाई !
गुलज़ार चित्तोर्गढ़ी हमेशा कि तरह अपनी स्वररचित रचना जिसमे इन्होने देश भक्ति के ऊपर शायरी पेश की
एवं मोहतरमा साबिरा पलाश ने अपनी शायरी से सबका मन मोह लिया !
एवं शाहिद जी ने अपनी गज़ल पेश की !
युवा शक्ति वरुण कुमार ने बेहतरीन शायरी का मुशायरा पेश किया !
ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रोग्राम मेनेजर डॉ उत्पल नरेश चौहान ने जिंदगी के सफ़र में गुजर जाते है जो मुकाम !
नन्ही बालिका जलधि कँवर ने फूलो के रंग से दिल की कलम से गीत पेश किया और भी बहुत सी मन लुभावनी प्रस्तुतियां दी गई !
कार्यकम समन्वयक उत्पल नरेश सिंह चौहान के अनुसार हेमंत सूर्य वंशी अशोक परियानी , , , शिक्षाविद मनीष जोशी , अनु जोशी, जलधि कँवर आदि आदि उपस्थित रहे