नई दिल्ली, भारत के परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के अग्रणी विश्वविद्यालय गति शक्ति विश्वविद्यालय (जीएसवी) और विश्व की अग्रणी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता ज्ञापन ज्ञान साझाकरण, शैक्षणिक पाठ्यक्रम के संयुक्त विकास और संयुक्त अनुसंधान गतिविधियों को सक्षम बनाएगा। एमओयू के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक जीएसवी में अमेज़न चेयर प्रोफेसरशिप की स्थापना और डेटा-संचालित निर्णय लेने के ढांचे का उपयोग करते हुए वेयरहाउसिंग क्षेत्र में अनुसंधान करना है।
गति शक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज चौधरी ने कहा कि देश में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को समर्पित एकमात्र विश्वविद्यालय होने के नाते, विश्वविद्यालय गहन अनुसंधान और विशेष प्रतिभा विकास के माध्यम से भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के भविष्य को आकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी अमेज़न इंडिया के साथ सहयोग से बहुमूल्य उद्योग अंतर्दृष्टि प्राप्त होगीए जो सह.कार्य परियोजनाओं के माध्यम से लॉजिस्टिक्स और परिवहन में सूचित योजनाए डिजाइन और नवाचार को बढ़ावा देगी।
जीएसवी को संसद के अधिनियम द्वारा 2022 में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था। रेल मंत्रालय (भारत सरकार) के अधीन कार्यरत यह विश्वविद्यालय रेलवे, राजमार्ग, बंदरगाह, विमानन, समुद्री परिवहन, जहाजरानी, अंतर्देशीय जलमार्ग, शहरी परिवहन और संपूर्ण रसद एवं आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क सहित संपूर्ण परिवहन क्षेत्र को कवर करता है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री अश्विनी वैष्णव (रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री) हैं।