उदयपुर, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत आयुर्वेद विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा उदयपुर में 14 दिसंबर से 23 दिसंबर 2025 तक निःशुल्क अंतरंग शल्य चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। शिविर में पाइल्स, फिस्टुला और फिशर जैसी समस्याओं का आयुर्वेद की प्रामाणिक क्षारसूत्र पद्धति से निःशुल्क उपचार रहेगा। शिविर सेवा भारती चिकित्सालय, हरिदास जी की मगरी, सुभाष चौराहा, उदयपुर में आयोजित होगा।
शिविर का विधिवत उद्घाटन 14 दिसम्बर प्रातः 11 बजे माननीय केबिनेट मंत्री बाबुलाल खराडी, सांसद डॉ मन्ना लाल रावत, विधायक ताराचंद जैन, राष्ट्रिय सेवा भारती प्रकाशन प्रमुख मूलचंद सोनी,जिला कलक्टर नमित मेहता, अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग उदयपुर संभाग डॉ महेश कुमार गुप्ता एवं सेवा भारती प्रबंधक विवेक बोहरा के सानिध्य में होगा ।
आयुर्वेद विभाग उदयपुर के उपनिदेशक डॉ. राजीव भट्ट ने बताया कि क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा पाइल्स, फिस्टुला, फिशर का उपचार आयुर्वेद सर्जन द्वारा क्षारसूत्र एवं आधुनिक एनेस्थेसिया द्वारा होगा ।
पंचकर्म एवं न्यूरो थेरेपी से पुराने दर्दों का समाधान
शिविर संयोजक डॉ शोभालाल औदिच्य ने बताया की गठिया, जोड़ दर्द, कमर दर्द, सर्वाइकल, स्नायु-विकार, माइग्रेन एवं पुराने दर्दों में आयुर्वेद की विश्व प्रसिद्ध पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से होगा उपचार ।
19 दिसंबर से कोटा के विश्व प्रसिद्ध न्यूरोथेरेपिस्ट डॉ मनोज शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा सायटिका, स्पोंडिलाइटिस, फ्रोजन शोल्डर, सर्वाइकल व नसों के दर्द का बिना दवा व बिना सर्जरी उपचार दिया जाएगा।
इस शिविर के लिए विवेक बोहरा प्रबंध निदेशक प्रकाश सोनी प्रभारी सेवा भारती चिकित्सा प्रभारी सेवा भारती चिकित्सालय उदयपुर द्वारा सहयोग रहेगा ।
अग्निकर्म से होगा दर्द में मिलेगा तुरंत लाभ
जोड़ों व एड़ी के दर्द, टेनिस एल्बो तथा स्नायु रोगों में अग्निकर्म से तुरंत राहत देने वाला उपचार उपलब्ध रहेगा।
स्वर्ण प्राशन से बढ़ेगी बच्चो की इम्युनिटी
6 माह से 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए स्वर्ण प्राशन महाभियान के तहत प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से 2 बजे तक दस दिवस तक किया जाएगा, जिसमें बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धन व बार बार होने वाली बीमारियों से बचाव होगा ।
मौसमी बीमारियों के बचाव हेतु अमृत क्वाथ वितरण
वर्तमान समय में हो रही सर्दी जुकाम खांसी बुखार जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए शिविर स्थल पर दस दिवस तक निरंतर अमृत क्वाथ का वितरण करवाया जायेगा ।
रोगानुसार होगा योग परामर्श
शिविर में दिनांक 15 दिसम्बर से 23 दिसम्बर तक प्रतिदिन योग विशेषज्ञों द्वारा रोगानुसार योग प्राणायाम आसन करवाए जायेंगे ।
प्रकृति परिक्षण से होगा व्यक्ति के स्वभाव जानने का प्रयास
प्रकर्ति परीक्षण कर व्यक्ति के खान पान एवं रहन सहन में परिवर्तन करा कर स्वस्थ रहने के तरीके के साथ साथ रोगों से बचने के उपाय बताये जायेंगे ।
तैयारियाँ जोरो पर पोस्टर प्रदर्शनी का होगा आयोजन
शिविर को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर लि गई है । महिला पुरुष के लिए अलग अलग वार्ड एवं पंचकर्म से सम्बंधित शिरोधारा स्वेदन एवं अग्निकर्म से सम्बंधित सभी व्यवस्थाये के साथ ही रोगों से बचने के लिए पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई है ।