कोटा। कोटा संभाग में बच्चों को कविता, कहानी लिखने की बारीकियां और तकनीक समझाने के लिए बाल साहित्य सृजन शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी संयोजक डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने सोमवार को बच्चों को साहित्य और संस्कृति से जोड़ने के लिए चलाये जा रहे मिशन बाल मन तक के समापन समारोह में दी। बाल रंगोत्सव के साथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सिमलिया में सोमवार को आयोजित समारोह में बच्चों ने रंगारंग जीवंत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। विद्यालय प्रधानाचार्या डॉ. वैदेही गौतम ने सभी का स्वागत किया।
अतिथियों ने बच्चों द्वारा लिखित कहानियों की हस्तलिखित पुस्तकों का विमोचन कर विजेता बच्चों को पुरस्कार वितरित किए। रंगोली प्रतियोगिता में बनाई रंगोली, पुस्तक और हस्तशिल्प वस्तुओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बाल रचनाकारों के साथ - साथ महेश पंचोली, संजू शृंगी, रीता गुप्ता, मोहन सेन, रघुराज सिंह कर्मयोगी ने भी काव्य पाठ किया।
समरोह अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा रामू भैया, मुख्य अतिथि जितेंद्र निर्मोही और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कोटा शहर एवं रंगीतका संस्था की संस्थापक स्नेहलता शर्मा ने अपने विचार व्यक्त कर मिशन बाल मन तक को बच्चों में साहित्यिक रुझान पैदा करने का सार्थक प्रयास बताया।
बाल साहित्यिक गतिविधियों के प्रतिवेदन में संस्कृति, साहित्य, मीडिया फोरम के संयोजक डॉ. सिंघल ने समस्त सहयोगी साहित्यकारों का आभार व्यक्त कर बताया कि मिशन बाल मन तक में 41 बाल साहित्य मेलों से 35 हजार से अधिक बच्चें जुड़े और 19 हजार से अधिक बच्चों ने विविध साहित्यिक गतिविधियों में भाग लिया। विजेता रहे 423 बच्चों को इस सामरोह के माध्यम से पुरस्कृत किया जा रहा है। समारोह में सहयोग के लिए समीप के छः विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं आयोजक विद्यालयों के स्टाफ को सम्मानित किया गया।
समारोह में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर सिमलिया के नरेंद्र शर्मा, कोटा के साहित्यकार विजय कुमार शर्मा, राम मोहन कौशिक, कालीचरण राजपूत, झालावाड़ के सुरेश कुमार निगम एवं मोहन सेन, सिमलिया के सरपंच जितेंद्र मेघवाल, नरेंद्र शर्मा एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।