शिविर का आयोजन शिविर प्रभारी हनुमानराम, विकास अधिकारी पंचायत समिति सांकड़ा एवं सहायक शिविर प्रभारी हजाराराम, तहसीलदार पोकरण के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।
शिविर के दौरान बस्ताराम पुत्र अणदाराम, निवासी सांकड़ा द्वारा लंबे समय से फिंगरप्रिंट नहीं लगने के कारण बंद पड़ी विशेषयोग्यजन पेंशन को पुनः चालू कराने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए शिविर प्रभारी द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए लाभार्थी की पात्रता की जांच की गई एवं नियमानुसार सभी आवश्यक प्रक्रियाएं शिविर स्थल पर ही पूर्ण की गईं।
आधार आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण के माध्यम से पेंशन तुरंत चालू कर पीपीओ लाभार्थी को मौके पर ही वितरित किया गया। वर्षों से लंबित समस्या के समाधान से लाभार्थी के चेहरे पर संतोष एवं प्रसन्नता स्पष्ट झलकती दिखाई दी।
शिविर में उपस्थित ग्रामीणजनों ने जिला प्रशासन की संवेदनशीलता, तत्परता एवं त्वरित समाधान की कार्यशैली की मुक्तकंठ से सराहना की। उन्होंने इस जनहितकारी पहल को अत्यंत उपयोगी बताते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं उपखण्ड प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
ग्रामीण समस्या समाधान शिविर वास्तव में राज्य सरकार और ग्रामीणजन के बीच सेतु बनकर सुशासन की भावना को साकार कर रहे हैं।