व्यसन मुक्त भारत अभियान की जिला समिति के सदस्य वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर पी सी जैन ने गर्ल्स हॉस्टल कि छात्राओं के समक्ष नशा मुक्ति जागरण अभियान प्रारंभ करते हुए कहा कि इन दिनों समाचार पत्र नशा मुक्ति अभियान में विशेष समाचार प्रकाशित कर समाज को जागृत करने का प्रयास कर रहे है। छात्राओं ने अपने-अपने हाथ में प्रकाशित नशा मुक्ति के मुख्य समाचारों को पढ़कर उपस्थित छात्राओं को अवगत कराया और उन्हें सतर्क रहने को कहा।

आर सी ए कॉलेज के डीन डॉक्टर मनोज मलार ने डॉक्टर पी सी जैन का सभी से परिचय कराया और इस अभियान को सतत चलाते रहने का आग्रह किया।
अपने प्रेजेंटेशन में डॉक्टर पी सी जैन ने एक सिगरेट से निकलने वाले धुएं में कितना काला काला जहर निकलता है यह फिल्टर पेपर पर दिखाया, जो सिगरेट पीने वालों के फेफड़ों में भी जमता है। गुटखा ,तंबाकू, शराब, गांजा इत्यादि सभी नशों का तुलनात्मक पुरुष और स्त्री के शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है यह बताते हुए कहा कि स्त्री की शारीरिक और मानसिक रचना के कारण सभी नशों का स्त्री पर अधिक कुप्रभाव पड़ता है। उन्होंने प्रेगनेंसी में अधिक स्क्रीन टाइम पर रहने वाली एक माता के पैदा हुए बच्चों के बारे में बताया कि वह बच्चा पढ़ने लिखने गणित के सवाल करने में पीछे रह गया है तथा भाषा सीखने में भी उसे बहुत कठिनाई हो रही है। उन्होंने छात्राओं से पूछा क्या भविष्य में इस तरह का मंदबुद्धि बच्चा कोई मां चाहेगी? इस पर सभी ने ना कहा।
कार्यक्रम के अंतर्गत डॉक्टर पीसी जैन ने शराब का पता करने हेतु "ब्रेथ एनालाइजर "का उपयोग कैसे करें तथा तंबाकू का का पता करने "4 फिंगर टेस्ट" को छात्राओं से करवाया।
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने नशा मुक्ति नृत्य एवं गीत "आजा रे अब मेरा दिल पुकारे" रो रो के घर के सारे ।बदनाम ना हो यह नशा। पर करवाया ।
वार्डन डॉक्टर पूजा शर्मा ने इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर करने का डॉक्टर पीसी जैन से आग्रह किया। गरिमा चौधरी,असिस्टेंट वार्डन ने इसे हर दो-तीन माह में करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर पीसी जैन ने सभी से नशा न करने और नशा छुड़ाने की अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प करवाया।
नशा मुक्ति जागरण अभियान एवं नृत्य में लक्षिता चौहान,पारुल उपाध्याय,
,पायल चौधरी, पुष्पा मीणा,सचिन कुमारी,अनीता धनकर,मुनीश गुर्जर ने सक्रिय भाग लिया।