माननीय न्यायपालिका द्वारा 100 मीटर तक ही ऊंची पहाड़िया ही अरावली पर्वत श्रृंखला मानी जाए, इससे संबंधित बजरंग सेना मेवाड़ की बैठक हुई ,जिसमें मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माननीय न्यायालय को पुनः विचार करने हेतु लिखा गया बजरंग सेना मेवाड़ प्रमुख कमलेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि इस अवसर पर पत्र में बताया गया कि अरावली की पर्वतमालाएं चाहे वह छोटी हो या बड़ी वह हमारे जीवन रेखा है ,जिसके लिए वनवासी भाइयों का अटूट सहयोग है , पहाड़ियों से पर्यावरण को बचाव, पानी रोकना मिट्टी कटाव, वन्यजीव को संरक्षण के साथ वनवासी भाइयों की धरोहर के साथ में हमारे भव्य मंदिर इन्हीं पहाड़ियों में स्थित है
इस हेतु राजस्थान सरकार माननीय न्यायाधीश को पुनः विचार हेतु आवाहन करें