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- दाे कलाकारों को प्रदान किया जाएगा कोमल कोठारी
लोक कला पुरस्कार
-पहले दिन दोपहर 3.00 बजे से प्रवेश निशुल्क
-मन मोहेंगी लोक नृत्य के साथ लावणी-कथक सिंफनी की प्रस्तुतियां
उदयपुर, 20 दिसंबर। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर की आेर से लोक कलाओं को समर्पित शिल्पग्राम उत्सव की शुरुआत रविवार शाम को होगी। राजस्थान के राज्यपाल एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष हरिभाऊ किसनराव बागडे नगाड़ा बजाकर उत्सव का उद्घाटन की घोषणा करेंगे। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत करेंगे। समारोह में अतिविशिष्ट आमंत्रित अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक चंडीगढ़ गुलाब चंद कटारिया भी शरीक होंगे। वहीं, उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद सी. पी. जोशी, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन तथा उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा भी समारोह में मौजूद रहेंगे।
दो प्रसिद्ध कलाकार नवाजे जाएंगे-
केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि समारोह में डॉ. कोमल कोठारी स्मृति लाइफटाइम अचीवमेंट लोक कला पुरस्कार राजकोट (गुजरात) के डॉ. निरंजन वल्लभभाई राज्यगुरु और जयपुर (राजस्थान) के रामनाथ चौधरी को प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार में प्रत्येक को एक रजत पट्टिका के साथ ही 2.51 लाख रुपए की राशि दी जाती है।
विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति होगी साकार-
इस दस दिवसीय फेस्टिवल में 22 राज्यों के करीब 900 लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों में अपने-अपने प्रदेश की लोक संस्कृति से मेलार्थियों को रू-ब-रू कराएंगे।
पहले दिन प्रवेश निशुल्क-
निदेशक खान ने बताया कि शिल्पग्राम में प्रथम दिवस रविवार को दोपहर 3.00 बजे से प्रवेश निशुल्क होगा।
मन मोहेंगी कोरियोग्राफिक डांस, सिंफनी और फोक फ्यूजन की प्रस्तुतियां-
उद्घाटन समारोह में जहां श्रद्धा सतवीडकर के मराठी लावणी लोक नृत्य के साथ नितिन कुमार के भारतीय शास्त्रीय नृत्य कथक की खूबसूरत सिंफनी में क्लासिकल और फोक का अनूठा संगम दिखेगा, वहीं प्रसिद्ध कोरियोग्राफर सुशील शर्मा के निर्देशन में विभिन्न लोक नृत्यों के संगम की प्रस्तुति दर्शकों का मन मोहेगी। कोरियोग्राफिक प्रस्तुति में गोवा के देखनी व घोड़े मोदनी, मणिपुर के लैहारोबा, कश्मीर के रौफ, राजस्थान के लाल आंगी व चरी, कर्नाटक के पूजा कुनिता व ढालू कुनिता, महाराष्ट्र के सोंगी मुखौटा, पंजाब के लुड्डी, तथा गुजरात के तलवार रास व राठवा नृत्यों का महासंगम दर्शकों के दिलों को झंकृत करेगा। इन प्रस्तुतियों को कलाकार रिहर्सल में निरंतर निखार रहे हैं।
इनके साथ ही प्रेम भंडारी ग्रुप का राजस्थानी लोक गायन का फोक फ्यूजन कला प्रेमियों को रिझाएगा।