*सर्वोत्तम जीवनशैली* ग्रन्थ बहुउपयोगी नई पीढ़ी इससे प्रेरणा लें - अर्जुनराम मेघवाल

( 1062 बार पढ़ी गयी)
Published on : 21 Dec, 25 13:12

*सर्वोत्तम जीवनशैली* ग्रन्थ बहुउपयोगी नई पीढ़ी इससे प्रेरणा लें - अर्जुनराम मेघवाल

नई दिल्ली। जानी मानी साहित्यकार डॉ. कुसुम लुनिया ने केन्द्रीय विधि और न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा संसदीय कार्य राज्यमंत्री तथा अणुव्रत संसदीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक अर्जुनराम मेघवाल को उनके जन्मदिवस पर नई दिल्ली के 5ए के.कामराज रोड स्थित राजकीय निवास पहुंच कर  स्व लिखित ग्रन्थ *सर्वोत्तम जीवन शैली* की एक प्रति भेंट की । इस अवसर पर  अणुव्रत  आंदोलन के के सक्रिय एवं अग्रणी कार्यकर्ता डॉ धनपत लुनिया भी उपस्थित थे ।

 

जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनू द्वारा प्रकाशित, अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण जी के पावन सानिध्य में लोकार्पित, 351 पृष्ट के इस शौध ग्रन्थ की सराहना करते हुए केन्द्रीय कानून मन्त्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि इस सर्वोत्तम जीवनशैली एवं बहुउपयोगी ग्रन्थ से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए । उन्होंने कहा कि श्रमण संस्कृति भारतीय दर्शन की एक समृद्ध परंपरा है, जिसमें जैन दर्शन का विशेष योगदान रहा है। भगवान महावीर ने कर्म और गुण के आधार पर मानव मूल्यांकन का संदेश दिया, जिसे आचार्य तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन के माध्यम से आगे बढ़ाया। केन्द्रीय मंत्री मेधवाल ने लेखिका लुनिया को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी।

 

इस अवसर पर डॉ. कुसुम लुनिया ने  बताया कि उन्होंने अपने ग्रंथ “सर्वोत्तम जीवनशैली” में जैन श्रमण एवं  श्रमणोपासक जीवन पद्धति का शोधपरक और जनोपयोगी विश्लेषण प्रस्तुत किया है। यह कृति ज्ञान, दर्शन, चरित्र, तप व संयम आधारित जीवन मूल्यों को सशक्त रूप से उजागर करती है। उन्होने अणुव्रत से जुडे अपने जीवन के संस्मरणों को साझा करते हुए इस ग्रंथ को शोधार्थियों, जिज्ञासुओं और विद्वानों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.