उदयपुर, संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से 21 दिसम्बर को घोषित विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्पिटिशन, रघुनाथपुरा, उदयपुर में बड़े पैमाने पर हार्टफुलनेस मेडिटेशन और रिलैक्सेशन सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हार्टफुलनेस के यू कनेक्ट प्रोग्राम के अन्तर्गत ज़ोन आर जे 7 एच के तहत उदयपुर केंद्र द्वारा रॉयल इंस्टीट्यूट के सहयोग से आयोजित किया गया था। जिसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के बीच हार्टफुलनेस ध्यान के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य, आंतरिक संतुलन और तनाव मुक्त जीवन को बढ़ावा देना था।
हार्टफुलनेस उदयपुर केन्द्र प्रभारी डॉ राकेश दशोरा ने बताया कि इस कार्यक्रम में 2000 छात्रों और लगभग 150 फैकल्टी सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिन्होंने सामूहिक रूप से हार्टफुलनेस रिलैक्सेशन और मेडिटेशन तकनीकों का अनुभव किया। इस सेशन ने प्रतिभागियों को शिथिलीकरण, तनाव कम करने, शांति, एकाग्रता और स्पष्टता की गहरी भावना से जुड़ने में मदद की। उल्लेखनीय है कि 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर हार्टफुलनेस के वैश्विक गाइड समर्थ गुरु श्री कमलेश पटेल दाजी के कुशल नेतृत्व में 179 देशों में 3.5 लाख से अधिक व्यक्तियों ने ऑनलाइन माध्यम से एक साथ बैठ कर ध्यान का लाभ उठाया जिससे सामूहिक ध्यान का गिनीज बुक का एक नया विश्व रिकॉर्ड बन गया। इसमें उदयपुर शहर से छः हजार से अधिक लोग ऑनलाइन और ऑफ लाइन ध्यान सत्रों में जुड़े।
रॉयल इंस्टीट्यूट में आयोजित ध्यान सत्र का मार्गदर्शन अनुभवी हार्टफुलनेस प्रशिक्षक आशा शर्मा एवं डॉ. सुबोध शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सामूहिक सद्भाव और कृतज्ञता की भावना के साथ आयोजित हुआ जो हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट की शैक्षिक संस्थानों में यूनिवर्सिटी और स्कूल कनेक्ट कार्यक्रमों के द्वारा ध्यान और आंतरिक कल्याण को फैलाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर हार्टफुलनेस स्वयंसेवक एवं युवा अभ्यासी सुश्री रंजना शर्मा ने उपस्थित विद्यार्थियों को ब्राइटर माइंड के सरल व्यायाम भी करवाए जिससे व्यक्ति में एकाग्रता और स्मरण शक्ति का विकास होता है।
कार्यक्रम का समग्र समन्वय रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्पिटिशन, उदयपुर के निदेशक इंजी. जी. एल. कुमावत ने बहुत ही कुशलता के साथ किया और कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर इंजी. कुमावत ने बताया कि ऐसे सामूहिक अभ्यासों के माध्यम से विश्व ध्यान दिवस मनाना, विशेष रूप से प्रतियोगी करियर की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए, एकाग्रता, भावनात्मक स्थिरता और समग्र कल्याण को बढ़ाने में ध्यान के महत्व को पुष्ट करता है।
प्रतिभागियों से मिली प्रतिक्रिया बहुत सकारात्मक थी। छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने बताया कि सेशन के बाद उन्हें बहुत आराम, शांति, तनाव मुक्ति और सुकून का अनुभव हुआ। उन्होंने एक सुरचित और सहायक माहौल में ध्यान का अनुभव करने के अवसर की सराहना की। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक जी एल कुमावत ने अतिथियों का उपर्णा ओढ़ा कर और प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया और अंत में धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
हार्टफुलनेस जोन समन्वयक श्रीमती मधु मेहता ने बताया कि विश्व ध्यान दिवस के क्रम में शनिवार को उनके नेतृत्व में और श्रीमति मधु सिंघवीऔर प्राचार्य डॉ प्रभा व्यास के सहयोग से राजस्थान महिला महाविद्यालय में 68 छात्राओं ने, रविवार प्रातः 9.00 बजे सहेली नगर हार्टफुलनेस ध्यान केन्द्र पर 65 अभ्यासी भाई बहनों ने डॉ कैलाश तिवारी के साथ और अपराह्न में उदयपुर भारतीय प्रबंधन संस्थान में भी हार्टफुलनेस ध्यान का आयोजन हुआ जिसमें प्रतिभागियों ने प्रशिक्षक आशा शर्मा और अर्पणा रे के नेतृत्व में और वरिष्ठ अभ्यासी बहिन अंजलि चावत के सहयोग से विश्व शांति और आत्मिक उन्नति के उद्देश्य से ध्यान का अनुभव किया।