बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ योजना की प्रगति की समीक्षा

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Published on : 25 Dec, 25 06:12

जिला टास्क फॉर्स व महिला समाधान समिति की बैठक आयोजित

बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ योजना की प्रगति की समीक्षा

जैसलमेर। जिला कलक्टर प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ योजना की वार्षिक कार्ययोजना की प्रभावी अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फॉर्स की त्रैमासिक बैठक एवं जिला महिला समाधान समिति की मासिक बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में बालिका संरक्षण, शिक्षा, सशक्तिकरण एवं महिला सुरक्षा से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समग्र समीक्षा करना रहा।

बैठक में महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक अशोक कुमार गोयल ने पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से योजना के प्रमुख उद्देश्यों, बजट प्रावधानों तथा योजना के तहत निर्धारित 06 मॉनिटरेबल लक्ष्यों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल लिंगानुपात में सुधार, बालिकाओं की शिक्षा में वृद्धि, बाल विवाह की रोकथाम, महिला सुरक्षा, सामाजिक जागरूकता तथा विभागीय समन्वय जैसे बिंदुओं पर जिले में निरंतर कार्य किया जा रहा है। साथ ही गत त्रैमास में जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित जागरूकता कार्यक्रमों, शिविरों एवं अभियानों की जानकारी साझा की गई।

जिला कलक्टर सिंह ने समीक्षा के दौरान लाडो प्रोत्साहन योजना की प्रगति, लाभार्थियों के चयन एवं भुगतान प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी लेते हुए इसे समयबद्ध एवं पारदर्शी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पोक्सो अधिनियम के तहत जिले के समस्त राजकीय एवं गैर-राजकीय कार्यालयों में गठित आंतरिक शिकायत समितियों की सक्रियता सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक संस्थान में शिकायत निवारण की व्यवस्था सुदृढ़ एवं संवेदनशील होनी चाहिए।

जिला महिला समाधान समिति की मासिक बैठक में जिले में संचालित वन स्टॉप सेंटर तथा महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्रों की सेवाओं, प्राप्त प्रकरणों, निस्तारण की स्थिति एवं पीड़ित महिलाओं को दी जा रही सहायता की विस्तार से समीक्षा की गई। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि पीड़ित महिलाओं को समय पर विधिक, मनोवैज्ञानिक एवं परामर्श सहायता उपलब्ध कराई जाए तथा किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जाए।

बैठक के समापन पर जिला कलक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि आगामी त्रैमास में आपसी समन्वय एवं जवाबदेही के साथ कार्य करते हुए वार्षिक कार्ययोजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ केवल एक योजना नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व है, जिसकी सफलता के लिए प्रशासन एवं समाज दोनों की सक्रिय सहभागिता आवश्यक है।

इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रवीण प्रकाश चौहान, महिला बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक सोमेश्वर देवडा, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई हिम्मत सिंह कविया सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।


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