उदयपुर : भारत के सांस्कृतिक और अनुभवात्मक रिटेल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में उदयपुर एयरपोर्ट पर रामालय एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया गया। यह केंद्र आधुनिक एयरपोर्ट वातावरण में भारतीय कला, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विरासत को सरल और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करता है।
रामालय एक्सपीरियंस सेंटर का औपचारिक उद्घाटन उदयपुर एयरपोर्ट के एयरपोर्ट डायरेक्टर सावर मल सिंगारिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर एयरपोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ एयरपोर्ट अधिकारी, विभिन्न हितधारक तथा मोड रिटेल्स सेल्स एंड मार्केटिंग प्रा. लि. के सीएमडी एवं रामालय की परिकल्पना के सूत्रधार प्रशांत कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके बाद पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने रामालय एक्सपीरियंस सेंटर का दौरा किया। उन्होंने इस केंद्र की सांस्कृतिक सोच और उद्देश्य की सराहना की तथा इस पहल को भारत के मूल्यों और परंपराओं से समाज को जोड़ने वाला एक सराहनीय प्रयास बताया।
रामालय को केवल एक रिटेल स्टोर नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य यात्रियों को यात्रा के दौरान कुछ पल ठहरकर भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत से जुड़ने का अवसर देना है। उदयपुर एयरपोर्ट के प्रस्थान क्षेत्र में स्थित यह केंद्र घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए भारत की सांस्कृतिक पहचान को प्रस्तुत करता है।
उदयपुर एयरपोर्ट पर स्थित रामालय एक्सपीरियंस सेंटर में शामिल हैं:
श्रीपाद रामायण श्रृंखला में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अगरबत्ती और सांस्कृतिक उत्पाद, जो भारतीय कला शैलियों के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन की प्रमुख घटनाओं को दर्शाते हैं। कृष्ण लीला कलेक्शन में श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके संदेशों से प्रेरित आध्यात्मिक उत्पादों का संग्रह है । कन्नौज की सुगंध परंपरा में भारत की प्रसिद्ध इत्र नगरी कन्नौज की पारंपरिक खुशबुओं को समर्पित संग्रह है ।
सांस्कृतिक उपहार में आधुनिक डिजाइन के ऐसे उत्पाद, जो भारतीय मूल्यों और प्रतीकों से जुड़े हुए हैं।
रामालय का हर हिस्सा इस तरह तैयार किया गया है कि यात्रियों को शांति, सकारात्मकता और भारतीय संस्कृति से जुड़ाव का अनुभव हो, जिससे एयरपोर्ट केवल यात्रा स्थल नहीं बल्कि सांस्कृतिक पहचान के केंद्र बन सकें।
सावर मल सिंगारिया ने कहा कि आज एयरपोर्ट देश की संस्कृति को दर्शाने वाले महत्वपूर्ण स्थल बन रहे हैं। रामालय एक्सपीरियंस सेंटर उदयपुर एयरपोर्ट पर यात्रियों को भारत की आध्यात्मिक और कलात्मक विरासत से परिचित कराने का एक अनूठा प्रयास है। प्रशांत कुमार ने कहा कि रामालय का उद्देश्य भारत की संस्कृति को आम जीवन से जोड़ना है। एयरपोर्ट देश की पहली और अंतिम छवि होते हैं, और रामालय के माध्यम से हम भारत की संस्कृति और परंपराओं को देश-विदेश के यात्रियों तक पहुँचा रहे हैं। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि इस तरह की पहलें भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित करने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उदयपुर एयरपोर्ट पर रामालय का शुभारंभ भारत की संस्कृति, आध्यात्मिकता और पारंपरिक ज्ञान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल पारंपरिक भारतीय कारीगरों और कला को प्रोत्साहित करती है, प्राचीन सुगंध और स्वास्थ्य विज्ञान, रामायण और कृष्ण लीला जैसी कथाओं के माध्यम से भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत करती है, जिम्मेदार और मूल्य-आधारित सांस्कृतिक व्यापार को बढ़ावा देती है। उच्च यात्री आवागमन वाले सार्वजनिक स्थानों पर संस्कृति को शामिल कर, रामालय ने अनुभवात्मक सांस्कृतिक रिटेल के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है और भारतीय विरासत को आधुनिक और वैश्विक दृष्टि से प्रस्तुत किया है।