डॉ. रामेश्वरप्रसाद सारस्वत, सहारनपुर द्वारा बाल कहानियों के मूल में आत्म विश्वास और आत्म विकास, डॉ.सत्यनारायण 'सत्य', रायपुर-द्वारा बाल कहानियों में आधुनिक युग की चुनौतियाँ और संभावनाएँ, नरेन्द्र 'निर्मल', भरतपुर द्वारा बाल कहानियाँः संस्कृति के संदर्भ में, श्रीमती विमला नागला, केकड़ी द्वारा वर्तमान काल में बाल कहानियाँ और जीवन मूल्य तथा श्रीमती संतोष ' ऋचा', राया द्वारा बाल कहानियों में नैतिक मूल्य विषय पर बाल साहित्य आलेख प्रस्तुत किए जाएंगे। कार्यक्रम में 18 लेखकों की कृतियों का विमोचन भी किया जाएगा।