बाँसवाड़ा, बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज की वार्षिक आमसभा हुई। आमसभा में गणेश मण्डल द्वारा गणेशोत्सव 2025 का आय-व्यय की पत्रिका पेश की। इसकी प्रिन्टेड प्रति समाज के घर घर वितरित की गई। मण्डल द्वारा गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज की वार्षिक आमसभा आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन गणपति बाप्पा मोरिया जयकारों के साथ किया गया ।
बाँसवाड़ा, बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज की वार्षिक आय-व्यय ब्योरा रिपोर्ट पत्रिका का विमोचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि -
श्री नारायणलालजी सलाड़िया जिलाध्यक्ष तेली समाज
विशिष्ठ अतिथि -
श्री भगवतीलालजी बरोड़िया (ईकाई अध्यक्ष किशनपोल)
श्री दिलीपजी परमार (ईकाई अध्यक्ष पृथ्वीगंज)
श्री राहुलजी सलाड़िया (ईकाई अध्यक्ष प्रगति नगर)
श्री दीपकजी खेरावत (मंदिर समिति अध्यक्ष)
अतिथि - समस्त तेली समाज के सदस्यगण रहे ।
जैसे हि बालमुकुन्द पत्रिका का विमोचन हुआ भगवान गणेश के जयकारों से सभी भाव विभोर हो गए । उपस्थित मुख्य अतिथि जिलाध्यक्ष तेली समाज एवं विशिष्ठ अतिथितियों ने भी बालमुकुन्द गणेश मण्डल की सराहना की और बताया गया की बालमुकुन्द गणेश मण्डल का कार्य बहुत ही अच्छा है । बालमुकुन्द मण्डल ने बताया की 16वीं वार्षिक आय-व्यय ब्यौरा का विमोचन किया जा रहा है और यह भी बताया की गणेशोत्सव जाने के पश्चात 15 दिन में यह अपन आय-व्यय ब्यौरा समाज के समक्ष घर घर वितरण कर देते है । तेली समाज जिलाध्यक्ष ने यह भी बताया की इस मण्डल द्वारा पिछले 12 वर्षों की बचत राशि बैंक में एकत्रित कर इस वर्ष भगवान बालमुकुन्द गणेशजी के लिए 3 किलो चांदी का छत्र भी बनवाया गया है ।
बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज सक्षिप्त परिचय
इस मण्डल की स्थापना लालीवाव मठ के पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज के दिव्याशीष से हुई । इस मण्डल की प्रमुख विशेषता यह है कि यह मण्डल पिछले 16 वर्षों से गणेश मण्डल का आयोजन कर रहा है और गणेश महोत्सव सम्पन्न होते ही तुरन्त प्रिन्टेड आय-व्यय ब्यौरा समाज के घर-घर पहुंचाया जाता है । इस मण्डल द्वारा हर वर्ष आय-व्यय ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है परन्तु इसमें आज तक किसी भी प्रकार की राशि में त्रुटि नहीं मिली है ।
मण्डल की एक और विशेषता है कि यह मण्डल प्रतिवर्ष भक्तों के मन को मोहित एवं भाव विभोर करने वाली झांकी स्थापित करता है । जैसे इस वर्ष भागीरथ ऋषि द्वारा धरती पर माँ गंगा का अवतरण और पिछले वर्षाे में, मारी मटकी फोड़ी, मथुरा जन्मभूमि, अखण्ड भारत, अयोध्या श्रीराम मंदिर मॉडल, कॉविड-19, कालिया मर्दन, प्रभु रथ में हुए सवार, सागर मंथन, मारी मटकी फोड़ी पेले पार्वती ना लाल, झुला झुले बालमुकुन्द आदि झांकिया स्थापित की है । बाँसवाड़ा शहर का यह एक मात्र कम्प्यूटराईज्ड डिजिटल ऑटोमेटिक झांकी स्थापना करता है।
इस मण्डल को भारत साधु समाज के महामंत्री महामण्डलेश्वर हरिओमदासजी महाराज द्वारा संकल्प भी दिलाया गया है कि प्रतिवर्ष छोटी प्रतिमा स्थापित करता है । प्रत्येक वर्ष की झांकी में गणेशजी की प्रतिमाकी साईज 2 या 3 फिट के बिच में रहती है इसके बाद थर्माकोल आदि से पुरी झांकी तैयार करने के बाद विशाल रुप ले लेती है यह झांकी । विसर्जन केवल 2 फिट की प्रतिमा ही होती है। और प्रत्येक वर्ष की झांकी पूज्य गुरुदेव महामण्डलेश्वर हरिओमदासजी महाराज के मार्गदर्शन में तैयार करता है । गणेश महोत्सव में प्रत्येक वर्ष पुरे समाज की महाप्रसादी भोजन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन भी होता है जिसके मुख्य अतिथि महामण्डलेश्वर श्रीमहंत श्री हरिओदासजी महाराज जी ही रहते है ।
सायं 6 बजते ही इस मण्डल में दर्शनार्थियों की भीड़ चालु हो जाती है । हर कोई सेल्फी लेते नज़्ार आता है और दर्शन करके भावविभोर हो जाता है । इस मण्डल का एक कोट्स भी है जो इसकी हर पत्रिका और बॉर्ड पर लगा रहता है -
यूँ तो रब की हर जगह बात होती है लेकिन, बालमुकुन्द के दरबार में रब से मुलाकात होती है ।
हर जगह जात है, धर्म के, ईश के बखेड़े हैं, बालमुकुन्द के दरबार में भक्तों की एक जाता होती है ।
हर कोई उससे रहमतों की भीख माँगता है, लेकिन बालमुकुन्द के दरबार में रहमतों की बरसात होती है । यह बात इस बालमुकुन्द में दरबार में आकर साकार होती है ।
बालमुकुन्द गणेशजी की कृपा एवं दिव्य आशीर्वाद से इस बालमुकुन्द दरबार में जो-जो भी भक्तजन, दर्शनाथÊ, दुःखी, पीड़ित, रोगी, संतान प्राप्ति, विद्या प्राप्ति एवं सामाजिक, आर्थिक तथा राजनैतिक उपलब्धियाँ पाने की दृष्टि से बालमुकुन्द के दरबार में पहुँचकर प्रार्थना करता है, बालमुकुन्द गणेशजी उसकी प्रार्थना को स्वीकार कर उनकी समस्याओं का समाधान करके उनके मन में आस्था, विश्वास एवं आत्मबल जागृत करते है ।
इस 11 दिवसीय महोत्सव को महामहोत्सव बनाने में तेली समाज के सभी भाईयों, माताओं, बहनों, बच्चों सभी बहुत समय पहले से तैयारी में लगकर इस को भव्य महामहोत्सव बनाने अंजाम देते है ।