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अजमेर निगम के पास नहीं थी होटलों की सूची, विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने लगाई फटकार

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06 May 25
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अजमेर निगम के पास नहीं थी होटलों की सूची, विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने लगाई फटकार

होटल अग्निकांड के बाद विधानसभाध्यक्ष ने ली निगम सहित विभिन्न विभागों की बैठक,घटनास्थल का भी किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश

जयपुर/राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने नगर निगम को निर्देश दिए हैं कि 15 दिन में शहर में संचालित सभी होटल और गेस्ट हाउस का सर्वे करें। उनकी सूची बनाएं और यह बताएं कि कितने होटलें स्वीकृत मानचित्र के अनुरूप बनी हुई है, कितनों के पास फायर एनओसी है और कितने होटल स्वीकृत विद्युत लोड के अनुसार चल रहे हैं। देवनानी ने अफसरों को इस बात पर फटकार लगाई कि वे शहर में संचालित होटल व गेस्ट हाउस की सूची उपलब्ध नहीं करा पाए। नए निर्माणों में पानी, बिजली कनेक्शन तभी मिलेंगे जब निगम उन्हें निर्माण पूर्णता (कंपलीशन) का सर्टिफिकेट देगा।

 


अजमेर के डिग्गी बाजार स्थित होटल नाज अग्निकांड में 4 लोगों की मौत के बाद विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर आते ही सर्किट हाउस में बड़ी बैठक ली। उन्होंने समस्या की जड़ पर प्रहार करते हुए निगम के अधिकारियों से पूछा कि परकोटे के अंदर और बाहर कितनी होटलें व गेस्ट हाउस है। निगम के पास सूची नहीं थी तो उन्होंने कहा कि अफसर 15 दिन में अद्यतन सूची प्रस्तुत करें। इस सूची में परकोटे के अंदर और बाहर बने और संचालित किए जा रहे सभी होटल, गेस्ट हाउस, होम स्टे और इसी तरह के अन्य निर्माणों का रिकॉर्ड हो। इस सूची में यह भी जानकारी दी जाए कि भवन मालिक ने कितने मंजिलों का नक्शा पास कराया था और कितनी मंजिल मौके पर निर्मित पाई गई। इनकी स्वीकृति ली गई है या नहीं। अगर कोई होटल या गेस्ट हाउस बिना स्वीकृति के चल रही है तो उसे तुरंत सीज किया जाए। इसमें प्रशासन व पुलिस का पूरा सहयोग लिया जाए।
 देवनानी ने अफसरों से जानकारी ली कि कितनी होटल व गेस्ट हाउसों ने फायर एनओसी ली हुई है। कितनों ने एनओसी नहीं ली है। जिन्हें एनओसी जारी की गई है, निगम ने उसकी अंतिम बार जांच कब की थी, वर्तमान में होटल में फायर फाइटिंग सिस्टम की क्या स्थिति है। आपातकाल में अग्निकांड से निपटने के क्या इंतजाम हैं? क्या वर्तमान होटल तक छोटे-बड़े अग्निशमन जा सकते हैं और आग बुझाने के लिए क्या वैकल्पिक इंतजाम हो सकते हैं।
देवनानी ने इन होटल व गेस्ट हाउस को जारी किए जा रहे बिजली व पानी के कनेक्शनों की भी जानकारी ली। उन्होंने टाटा पावर को निर्देश दिए कि वे यह सूची बनाएं कि होटल को स्वीकृत लोड क्या हैं और वहां वर्तमान में क्या लोड चल रहा है। स्वीकृत लोड से ज्यादा लोड खींचने वालों को नियमानुसार कैसे लोड बढ़ाया जा सकता है। कितनी मंजिल के लिए लोड स्वीकृत किया गया था और मौके पर कितना चल रहा है। उन्होंने निर्देशित किया अब से जो भी पानी व बिजली के कनेक्शन जारी हों, वे तभी जारी किए जाएं जब निगम उस भवन को पूर्णता (कंपलीशन) सर्टिफिकेट दे दे।
देवनानी ने निर्देशित किया कि पिछले साल एक मार्केट में आग लगने के बाद निगम ने क्या एहतियाती कदम उठाए। उसके बाद भी लापरवाही हुई है तो संबंधित अफसर की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि निगम के अफसर विभिन्न विभागों के साथ टीम बनाकर यह कार्रवाई करे और समयबद्ध रूप से काम करें। जिन होटलों ने फायर एनओसी नहीं ली है, उन्हें निर्धारित समयावधि में फायर एनओसी दिलवाई जाए। फिर भी एनओसी कोई नहीं लेता है तो उसे सीज किया जाए।
देवनानी ने यह भी निर्देश दिए कि अगर कोई होटल या गेस्ट हाउस बिना निर्माण स्वीकृति, बिना फायर एनओसी के चल रहा है तो यह सुरक्षा की दृष्टि से भी चिंताजनक है। इसे तुरंत बंद करवाया जाए। होटलों व बहुमंजिला भवनों में विद्युत सेफ्टी उपकरण लगाना भी अनिवार्य किया जाए। बैठक में कार्यवाहक आयुक्त नित्या के., अजमेर डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर मुकेश बाल्दी, उपायुक्त अनीता चौधरी, कीर्ति कुमावत, अभियंता रमेश चौधरी सहित निगम, टाटा पावर व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

घटना स्थल का किया निरीक्षण
 
बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने डिग्गी बाजार में अग्निकांड स्थल होटल नाज क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने घटना स्थल को देखा और अधिकारियों को जरूरी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने निगम के अधिकारियों को कहा कि उस क्षेत्र की सफाई कराए और मलबे को हटाएं। सुरक्षा व अन्य पहलुओं का भी ध्यान रखा जाएं।
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