गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान की विधानसभा के आगामी एक सितम्बर से शुरू होने वाले मानसून सत्र में विधानसभा के गुलाबी सदन में हर बार की तरह इस बार भी स्पीकर वासुदेव देवनानी के नवाचारों की चमक रहेगी। भारत में राजस्थान की विधानसभा अपने अनुभवी अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के नवाचारों के लिए चर्चा में बनी हुई है। राजस्थान विधानसभा देश की पहली विधानसभा है जिसने ऑपरेशन सिंदूर के बाद सैनिकों के सम्मान में विधानसभा परिसर में कारगिल शौर्य वाटिका का निर्माण करवा उसमें सैकड़ों पौधे लगवाएं है।
विधानसभाध्यक्ष देवनानी के प्रयासों से राजस्थान विधानसभा अब पेपर लैस नजर आने लगी है। सभी विधायकों की टेबल पर आई पैड लगाना, विधानसभा को डिजिटल बनाने के प्रयास और राजस्थान की राजधानी पिंक सिटी जयपुर की तर्ज पर विधानसभा में सदन के कालीन के रंग को हरे से गुलाबी रंग में बदलने के साथ ही देवनानी द्वारा किए गए अन्य कई नवाचारों ने राजस्थान विधानसभा को देश में एक अलग ही पहचान मिली है। कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने मुलाकात की थी। उस समय देवनानी ने प्रधानमंत्री मोदी को विधानसभा में किए गए नवाचारों का फोल्डर और पुस्तक भी भेंट की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इन नवाचारों की सराहना की ।
राजस्थान की विधानसभा का गौरवमयी इतिहास रहा है। विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने इस गौरवशाली इतिहास को और अधिक समृद्ध करने की दिशा में कई कदम उठाए है और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के नए संसद की तरह स्पीकर देवनानी ने राजस्थान की विधानसभा में भी नवाचार करते हुए नए संसद भवन में दर्शाई भारतीयता और राष्ट्रवाद की झलक के अनुरूप संविधान दिवस पर संविधान दीर्घा का निर्माण
करवा मूल संविधान के बाईस भागों में प्रदर्शित चित्रों और कला-कृतियों को इस दीर्घा में लगाया गया है। देवनानी ने राजस्थान की विधानसभा को नवाचारों के जरिए राजस्थानी संस्कृति से भी ओत प्रोत बनाया है और डिजिटल म्यूजियम की स्थापना करवाया है जिसमें राजे-रजवाड़ों से प्रजातांत्रिक राजस्थान की विकास यात्रा के समृद्ध इतिहास को बताता गया है। साथ ही प्रदेश के राजनेतिक इतिहास को भी सामने लाया गया है। देवनानी ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को राज्य विधानसभा में उभारने के साथ ही राजस्थान के त्याग,शौर्य और अभिमान को बढ़ाया है। देवनानी ने विधानसभा में राजनैतिक आख्यान संग्रहालय और विधान सभा की संविधान दीर्घा को आम जनता के दर्शन के लिए खोल दिया है। साथ ही
राजनैतिक आख्यान संग्रहालय को प्रदेश एवं देश के पर्यटन नक्शे पर भी अंकित करवा एक और नवाचार किया है। देवनानी ने भारतीय नववर्ष के अनुसार दैनन्दिनी का प्रकाशन शुरू करवा विधानसभा की डायरी को महापुरुषों के चित्रों से सुसज्जित कराया है। इसी तरह वे राजस्थान विधानसभा के वार्षिक कैलेण्डर का प्रकाशन भी करा रहे हैं। इनमें पहली बार देश और प्रदेश के वीर-वीरांगनाओं और महापुरूषों के चित्रों को समाहित कराया है। देवनानी ने राजस्थान विधानसभा का ई-बुलेटिन भी शुरू कराया है। साथ ही राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही यू - ट्यूब के माध्यम से जन साधारण तक पहुंचाने का जतन भी किया है। देवनानी विधानसभा भवन के साथ ही नवनिर्मित विधायक आवास परिसर एवं कॉस्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान में बिजली की बचत पर भी विशेष ध्यान केंद्रित कर रहे है और इन भवनों पर सोलर पैनल लगाने के गंभीर प्रयास कर रहे है। साथ ही उन्होंने प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने की पहल भी शुरू की है। देवनानी राजस्थान विधानसभा पुस्तकालय में नवाचार करने के साथ ही विधानसभा में बाल और युवा संसद के आयोजन भी करवा रहे है।
स्पीकर देवनानी ने संसद की तर्ज पर विधानसभा सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक के आयोजन की शुरुआत कराने के साथ ही सदन में लंच ब्रेक की परम्परा शुरू करा एक और नवाचार किया है। साथ ही विधानसभा में लंबित प्रश्नों के रिकॉर्ड स्तर पर सरकार से जवाब दिलवाने की पहल करने के अलावा विधानसभा की विभिन्न कमेटियों की मजबूती पर ध्यान दे रहे है तथा कमेटियों के प्रगति प्रतिवेदन को गंभीरता से लेने के साथ ही वे समितियों की जवाबदेही पर भी ध्यान केन्द्रित कर रहे है। वे ध्यानाकर्षण प्रस्तावों को तार्किक बनाने पर भी विशेष ध्यान दे रहे है।
विधानसभाध्यक्ष देवनानी राष्ट्रमंडलीय संसदीय संघ (सीपीए ) के वार्षिक और प्रादेशिक सम्मेलनों के साथ ही विभिन्न देशों और प्रदेशों की संसदीय प्रणालियों का अध्ययन करने के लिए भ्रमण और अध्ययन यात्राओं पर भी विशेष ध्यान दे रहे है। देवनानी के जेहन में अभी कई नवाचार उबाल मार रहे है । उनका विचार संसद की तर्ज पर राजस्थान विधानसभा में भी एक गौरव उद्यान की स्थापना करने का है जिसमें देश और प्रदेश के महापुरुषों की आदमकद मूर्तियां स्थापित की जाएगी। इसी प्रकार राजस्थान विधानसभा के गठन के 75 वर्ष पूरे होने पर आने वाले वर्ष में वे विधानसभा का अमृत वर्ष का भव्य आयोजन भी करना चाहते है। उनका विचार विधानसभा भवन की ऊपरी मंजिल पर अनुपयोगी पड़े प्रस्तावित विधानपरिषद के भव्य सभागार को सुसज्जित और वेल फर्निश कराने का भी है ताकि बाल और युवा संसद सहित अन्य बड़े आयोजनों के लिए इसका सदुपयोग हो सके ।
स्पीकर देवनानी ने आगामी एक सितम्बर से शुरू होने वाले 16 वीं विधानसभा के चतुर्थ अधिवेशन की तैयारियों के मद्देनजर हाल ही अधिकारियों की एक बैठक ली और लंबित प्रश्नों को लेकर सरकार के आला अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए है । इस सम्बन्ध में प्रदेश के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने भी सोमवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक आयोजित कर उन्हें विधानसभा के लंबित प्रश्नों के जवाब एवं अन्य आवश्यक तैयारियां 25 अगस्त तक पूर्ण करने की सख्त हिदायत दी है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सोमवार को शासन सचिवालय में आयोजित कमेटी ऑफ सेक्रेट्रीज़ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी विभागों को लंबित प्रश्नों के जवाब तथा अन्य आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को विधानसभा प्रश्नों के जवाब पूर्ण सावधानी से तैयार करने तथा जवाब बनाने और समय पर भेजने को प्रथम प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए।
संसद के मानसून सत्र के तत्काल बाद शुरू होने वाले राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही और विधानसभाध्यक्ष के नवाचारों पर प्रदेश की जनता की आशा जनक निगाहें टिकी रहेंगी और विधानसभा का यह सत्र सकारात्मक रहेगा,ऐसी उम्मीद है।