श्रीगंगानगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजीव मागो (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्रीगंगानगर ने केन्द्रीय कारागृह श्रीगंगानगर का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रवि प्रकाश सुथार (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्रीगंगानगर व प्रशिक्षु मजिस्ट्रेटस साथ रहे। कारागृह का निरीक्षण अधीक्षक श्री अभिषेक शर्मा द्वारा करवाया गया।
इस दौरान सेशन न्यायाधीश श्री संजीव मागों द्वारा अलग-अलग बैरकों में जाकर सजाबंदियों व विचाराधीन बंदियों से वार्ता की। बंदियों को गर्मी के मौसम में साफ-सफाई रखने की सलाह दी गई ताकि कारागृह में स्थित बैरकों में किसी तरह का कोई संक्रमण ना फैलने पाये। कारागृह में हरियाली हेतु छायादार पौधे लगे होना पाये गये। इस दौरान बैरकों में स्थित शौचालयों में फलश की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। बंदियों के लिए नये फलश लगवाये जाने हेतु कारागृह अधीक्षक को निर्देश प्रदान किये गये।
एडीजे श्री रवि प्रकाश सुथार द्वारा बंदियों से उनके प्रकरणों में पैरवी हेतु अधिवक्ता के बारे में पूछा गया तो समस्त बंदियों के पास अपने प्रकरणों में अधिवक्ता होना पाया गया। इस दौरान एक सजाबंदी द्वारा अपने प्रकरण में अपील हेतु निःशुल्क अधिवक्ता दिलवाये जाने का निवेदन किया। जिस हेतु श्री नृपेण कम्बोज एलएडीसी सहायक को निर्देशित किया कि बंदी का विधिक सहायता फार्म भरवाया जाकर प्राधिकरण को भिजवाया जावे। इस दौरान एडीजे द्वारा बंदियों को विधिक सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर जागरूक भी किया गया ताकि कोई भी बंदी विधिक सहायता से वंचित ना रह पाये। कारागृह में भोजन की गुणवत्ता व डाइट स्केल की जांच की तो बंदीगण द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई। सजाबंदियों की परिजनों से वार्ता करवाने हेतु प्रत्येक वार्ड के बाहर ही एसटीडी की सुविधा होना पाई गई।
इस अवसर पर केन्द्रीय कारागृह के उपाधीक्षक श्री धीरज कुमार, कारापाल श्री चरण सिंह सहित कारागृह स्टाफ व चिकित्साअधिकारी भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के सहायक श्री नृपेण कम्बोज व श्री तुषार गुप्ता भी उपस्थित रहे, जो सप्ताह में दो दिवस जेल विजिट कर नई आमद बंदियों से वार्ता कर उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं